बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में राजनीतिक पारा गरमाया हुआ है। कांग्रेस-बीजेपी सरीखे राष्ट्रीय दलों के अलावा कर्नाटक के क्षेत्रिय दल जेडीएस ने भी चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बीजेपी के लिए जहां अमित शाह जोरदार प्रचार में लगे हुए हैं तो वहीं कांग्रेस के लिए राहुल गांधी ने मोर्चा संभाला हुआ है। जेडीएस के लिए पूर्व प्रधानमंत्री देवगौडा अपनी पूरी ताकत झोंके हुए है। अब कर्नाटक की जनता किसकों सत्ता देती है ये तो चुनाव के नतीजे ही बताएंगे।
हालांकि चुनाव के नतीजे आने से पहले जनता के मन की बात जानने के लिए किए जाने वाला ओपिनियन पोल कुछ और ही कह रहे हैं। दरअसल ओपिनियन पोल के मुताबिक कर्नाटक में किसी भी पार्टी को सत्ता की चाबी मिलती हुई नजर नहीं आ रही है। बता दें कि कर्नाटक में कुल 224 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसके लिए 113 सीटों का बहुमत तय किया गया है। नतीजों को लेकर ओपिनियम पोल में जो तस्वीर सामने आई है वो खास कर कांग्रेस के लिए चौकाने वाली है क्योंकि कर्नाटक में उसी की सरकार है।
अलग-अलग ओपिनियन पोल की माने तो प्रदेश में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलता हुआ नजर नहीं आ रहा है यहीं नहीं किसी भी दल को 100 से ज्यादा सीटें मिलती नहीं दिख रही हैं।ओपिनियन पोल की माने तो इस चुनाव में क्षेत्रिय पार्टी जेडीएस किंग मेकर की भूमिका निभा सकती है। अलग-अलग ओपिनियन पोल का औसत देखे तों बीजेपी को 90 तो कांग्रेस को 91 सीटें मिल रही हैं। वहीं जेडीएस के खाते में 40 सीटें जाने की संभावना है।
कर्नाटक में 12 मई को वोटिंग है। भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस के उम्मीदवारों में नामांकन भरने की होड़ लगी है। मंगलवार को इसका आखिरी दिन है। सीएम सिद्दारमैया 40 साल में कर्नाटक के पहले ऐसे सीएम हैं, जिन्होंने 5 साल का कार्यकाल पूरा किया है। इस दौरान 15 सीएम बने हैं। 5 बार राष्ट्रपति शासन लगा है। सिद्दारमैया का दावा है कि वह 165 चुनावी वादों में से 156 पूरे कर चुके हैं। इस बार भी चुनाव में कई बड़े मुद्दे हैं।
कर्नाटक के पांच बड़े ओपिनियन पोल
ओपिनियन पोल | भाजपा | कांग्रेस | जेडीएस |
एबीपी-सीएसडीएस | 95 | 91 | 38 |
इंडिया टुडे-कावेरी | 86 | 91 | 43 |
टाइम्स नॉउ-बीएमआर | 89 | 91 | 40 |
इंडिया टुडे-कावेरी | 86 | 91 | 43 |
टीवी-9-सी वोटर | 96 | 102 | 25 |