जयपुर। राज्य सरकार को बजट सत्र में घेरने के लिए पहले से ही तैयार बैठी विपक्ष ने विधानसभा में सरकार को जमकर घेरा, जिसके चलते विधानसभा को कल तक के लिए स्थागित करना पड़ा। सरकार और विपक्ष के विधायकों ने एक दूसरे पर जमकर हमला बोला और एक दूसरे पर जमकर शब्दों के बाण चलाए और बजट सत्र का पहला दिन हंगामे की भेट चढ़ गया। इसी शेर-शरबे के बीच राज्पाल ने अपना अभिभाषण पढ़ा। इस दौरान राज्य के गृहमंत्री गुलाब चंद्र कटारिया ने कहा कि अध्यादेश खत्म हो गया और किसी काम नहीं आया। वहीं इशारों ही इशारों में बीजेपी की हार पर तंज कसते हुए कांग्रेस के विधायक सचेतक गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि काला कानून काम तो आ ही गया और सरकार 17-0 से हार गई।
बीजेपी विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने तो प्रवर समिति का समय बढ़ाने के विरोध में कुछ देर के लिए सदन से वाक आउट किया। राज्य विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत सोमवार सुबह 11 बजे राज्यपाल के अभिभाषण से हुई।राज्यपाल कल्याण सिंब ने जैसे ही अभिभाषण शुरू किया। निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल अपनी सीट पर खड़े होकर प्रदेश में संपूर्ण कर्ज माफी की मांग करने लगे। कांग्रेस के उपनेता रमेश मीणा दिल्ली सरकार की तर्ज पर दस संसदीय सचिवों पर कार्रवाई का मुद्दा उठाने लगे। सत्तापक्ष के सदस्य मेज थपथपाते रहे। इस बीच बेनीवाल वेल में आकर अपनी बात रखने लगे।
वहीं, कांग्रेस की तरफ से सचेतक गोविंद सिंह डोटासरा ने मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने प्रदेश की कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी, किसान और बजरी को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेस के अन्य सदस्य भी डोटासरा के समर्थन में खड़े हो गए। शोर-शराबे के बीच संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ ने राज्यपाल से अभिभाषण का आखिरी पेज पढ़ने का निवेदन किया। राज्यपाल ने वैसा ही किया। राज्यपाल बा मुश्किल 15 मिनट में सदन में रहे। राज्यपाल के अभिभाषण के आधे घंटे बाद सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई। गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने अफसर-नेताओं को बचाने संबंधी बिल पर चर्चा के लिए प्रवर समिति को और अधिक समय दिए जाने का मसला सदन में रखा। स
इस बीच संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ और बीजेपी के वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवाड़ी के बीच तीखी नोक-झोंक हो गई। तिवाड़ी ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि जो बिल लैप्स हो गया उसमें अब प्रवर समिति क्या कर रही है? राठौड़ ने कहा कि तिवाड़ी अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। तिवाड़ी ने कहा कि पूरी सरकार ही अनर्गल हो गई है। कांग्रेस सदस्यों ने भी इसका विरोध किया। तिवाड़ी सदन के बाहर चले गए।विधानसभा में सोमवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल बी.एल. जोशी, छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल दिनेश नंदन सहाय, मंत्री डॉ. दिगंबर सिंह, विधानसभा के पूर्व सदस्य सुरेन्द्र सिंह राठौड़, उदय सिंह राठौड़, राम सहाय सोनड़ एवं श्यामा कुमारी सेंगर को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।