इस्लामाबाद। पाकिस्तान में भारतीय नागरिक को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद भारत में सड़क से संसद तक संग्राम जारी है। जहां एक केंद्र सरकार और विपक्ष दोनों ही जाधव को छुड़वाने को लेकर एक साथ दिखाई दे रहे है तो वहीं जाधव का परिवार भी उनका बेसब्री से इंतजार कर रहा है। इन्हीं सबसे बीच पाक के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि कुलभूषण के पास अपील करने के लिए 60 दिन का समय है। इस केस में सभी तरह की न्यायिक प्रक्रिया का पालन किया गया।
आसिफ ने कहा कि कानूनी कार्यवाही में कुछ भी ऐसा नहीं है जो कानून के खिलाफ हो। ये पूर्वनियोजित हत्या नहीं हैं बल्कि जो इस समय कश्मीर में हो रहा है वो पूर्वनियोजित हत्या है। जाधव के खिलाफ सुनवाई कई महीनों तक चली। जो पाक की सुरक्षा के खिलाफ काम करते है उनके साथ कड़ाई से ही पेश आया जाएगा। दुश्मन चाहे सीमा पार का हो या फिर भीतर का उसे सजा मिलेगी।
जाधव मामले में भारत सरकार के सामने है ये विकल्प:-
-भारत सरकार के पास जाधव मामले में कानून के अनुसार अपील करने के लिए 60 दिन है।
-पाकिस्तान आर्मी एक्ट के तहत सेना की ही अदालत में अपील करनी होगी।
-मेजर जनरल रैंक का अधिकारी फिर से सुनवाई करेगा।
-अगर यहां भी सजा बरकरार रहती है तो फिर सेना प्रमुख से माफी की मांग की जा सकती है।
-पाक राष्ट्रपति से सजा माफी की गुहार अंतिम रास्ता है।
नवाज ने फिर अलापा शांति प्रवचन:-
वहीं कुलभूषण जाधव को सजा सुनाए जाने के बाद पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का पहला बयान मंगलवार (11-4-2017) को सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि पाकिस्तान चाहता है कि पड़ोसी मुल्कों के साथ उसके रिश्ते बेहतर हो। पाक एक शांतिप्रिय देश है। देश का सैन्य बल किसी भी तरह की धमकी से निपटने के लिए सक्षम है।
सुषमा की पाक को दो टूक:-
हालांकि शरीफ के बयान से पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में जाधव मामले पर बयान दिया। उन्होंने कहा कुलभूषण ने कुछ भी गलत नहीं किया है। पाकिस्तान के सजा के ऐलान को भारत सुनियोजित हत्या ही मानेगा। उनके पास किसी भी तरह के जासूसी के सबूत नहीं मिले है। इससे पाकिस्तान क्या छिपाना चाहता है? लेकिन इतना जरुर है कि इस फैसले का भारत और पाकिस्तान के रिश्तों पर सीधा असर पड़ेगा।
इसके साथ ही स्वराज ने कहा कि वो लगातार कुलभूषण के माता-पिता से संपर्क में हैं। उन्होंने उनसे तीन बार मुलाकात की और 6 बार फोन पर बात कर चुकी है। वो केवल उनका ही नहीं बल्कि पूरे भारतवर्ष का बेटा है। भारत सरकार इस मुद्दे पर काफी गंभीर है। उन्हें पूरी मदद दी जाएगी और हर हाल में जाधव को बचाया जाएगा। फिर चाहे आउट ऑफ वे ही क्यूं ना पड़े। सुप्रीम कोर्ट का बड़े से बड़ा वकील खड़ा करना तो बहुत छोटी बात है हम राष्ट्रपति तक भी जाएंगे।
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