नई दिल्ली| पाकिस्तान के मुख्य विदेश नीति निर्धारक सरताज अजीज के दौरे से ठीक दो दिन पहले भारत ने बुधवार को स्पष्ट किया कि इस्लामाबाद से उसे अधिकारिक रूप से किसी तरह की द्विपक्षीय बैठक का कोई अनुरोध नहीं मिला है। विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान मामले के अनुभाग के प्रमुख गोपाल बागले ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “किसी भी तरह की द्विपक्षीय बैठक के लिए पाकिस्तान ने अनुरोध नहीं किया है।
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामले के सलाहकार सरताज अजीज तीन दिसंबर को पंजाब के अमृतसर में आयोजित होने वाले ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन में भाग लेने के लिए आने वाले हैं। सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी संबोधित करेंगे, जिसमें करीब 40 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। गत साल दिसंबर में समग्र वार्ता की घोषणा के बाद से पाकिस्तान से यह पहला उच्चस्तरीय दौरा होगा। आतंकी हमलों के कारण वार्ता कभी भी मूर्तरूप नहीं ले पाई।
जम्मू एवं कश्मीर में उड़ी स्थित सैन्य शिविर पर आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में काफी खटास आ गया है। सीमा पार पाकिस्तान से लगातार आतंकी हमले का हवाला देते हुए हाल में भारत ने भी नवम्बर में इस्लामाबाद में आयोजित होने वाले दक्षेस सम्मेलन का बहिष्कार किया था।