इन दिनों एनआईए टेरर फंडिंग मामले में अलगाववादियों पर अपना शिकंजा कसने में लगी हुई है। एनआईए की कार्रवाई से छोटे से लेकर बड़े अलगाववादी नेता डरे हुए हैं। टेरर फंडिंग मामले में हुर्रियत नेताओं की गिरफ्तारी की गई है। एनआईए ने कश्मीर से सात अलगाववादियों को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने शब्बीर शाह को गिरफ्तार किया है।
वही गुरुवार को कोर्ट द्वारा शब्बीर शाह की न्यायिक हिरासत को बढ़ा दिया गया। शब्बीर शह की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी की गई थी। अब उसकी 13 सितंबर तक न्यायिक हिरासत को बढ़ा दिया गया है। एनआईए ने हुर्रियत के 7 नेताओं को गिरफ्तार करने के बाद शब्बीर शाह की गिरफ्तारी एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही थी। एनआईए ने बीते कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के दामाद को भी टेरर फंडिंग के आरोप में पकड़ा था। परिवर्तन निदेशालय ने शाह को बहुत समन भेजे थे पर वह कभी भी पेश नहीं हुआ। दिल्ली की अदालत में इस महीने की शुरुआत में अलगाववादी नेता के खिलाफ नॉन बेलेबल वॉरंट जारी किया गया था। सरकार गल्फ देशों पर विशेष ध्यान दे जो टेरर फंडिंग कर रहे है। टेरर फंडिंग केस में शब्बीर शाह की जमानत अर्जी को भी खारिज कर दिया गया था। कोर्ट में ईडी ने कहा था कि शब्बीर शाह ने भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने तथा पाकिस्तान से हो रही टेरर फंडिंग में महत्वपूर्ण किरदान निभाया है।