नई दिल्ली। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में सार्क समिट रखने के कारण पिछले दो साल से समिट की बैठक ठप पड़ी हुई है क्योंकि भारत इस बैठक के लिए इस्लामाबाद को उचित स्थान नहीं मानता। वहीं अब दो साल से लटके इस समिट को लेकर नेपाल के पीएम केपी ओली भारत से संपर्क साध सकते हैं। राजनयिक सूत्रों के मुताबिक सार्क समिट के इस्लामाबाद में आयोजन के लिए नेपाल भारत से समर्थन मांग सकता है।
बता दें कि छह अप्रैल को नेपाल के प्रधानमंत्री खगड़ प्रसाद शर्मा ओली भारत की आधिकारिक यात्रा पर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि ओली अपनी इस यात्रा के दौरान इस्लामाबाद में सार्क समिट कराने के लिए भारत को मना सकते हैं। हालांकि ये बात उनके मुख्य एजेंडे में शामिल नहीं है। दरअसल सूत्रों का मानना है कि नेपाल के पीएम सार्क पर आगे बढ़ना चाहते हैं और इस साल के अंत में इस्लामाबाद में इसके आयोजन की संभावना पर चर्चा कर सकते हैं।
भारतीय अधिकारियों का कहना है कि उन्हें इस बात की खबर है कि नेपाल, श्रीलंका और मालदीव जैसे देशों ने इस्लामाबाद में सार्क समिट के आयोजन के लिए अपना समर्थन दिया है, लेकिन अब तक समिट के आयोजन को लेकर कोई औपचारिक प्रस्ताव नहीं मिला है। वहीं अगर भारत इस समिट का बॉयकॉट करता है तो इसका आयोजन नहीं हो सकता। फिलहाल सार्क की अध्यक्षता नेपाल के पास है। एक सीनियर डिप्लोमैंट ने कहा है कि नेपाल अपनी इस जिम्मेदारी को अब पाकिस्तान को सौंपने पर विचार कर रहा है।
गौरतलब है कि 19वें सार्क समिट का आयोजन साल 2016 में इस्लामाबाद में होना था, लेकिन जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा सेना पर किए हमले के बाद नइस समिट का बहिष्कार कर दिया था। इसके बाद समिट को ही रद्द कर दिया गया था। काठमांड के एक सूत्र ने बताया कि हाल ही में पाकिस्तानी पीएम शाहिद अब्बासी ने नेपाल दौरे के वक्त इस्लामाबाद में समिट के आयोजन के लिए समर्थन मांगा था। केपी ओली के पीएम बनने के बाद शाहिद अब्बासी पहले राष्ट्राध्यक्ष थे, जिन्होंने नेपाल का दौरा किया था।