नेकां और पीडीपी ने बढ़ाई राजनीतिक सक्रियता, साउथ जोन में पार्टी नेताओं से उमर की बैठक
भारत खबर, जम्मू कश्मीर
जम्मू। घाटी में एक साल बाद नेकां और पीडीपी ने राजनीतिक गतिविधियां शुरू कर दी हैं। नेका नेता उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर के साउथ जोन में पार्टी कार्यकर्ताओं से बैठक की। वहीं, पीडीपी ने भी पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई, लेकिन पार्टी के नेताओं के नहीं पहुंचने के कारण इसे रद कर दिया गया।
नेकां के पार्टी सूत्रों के अनुसार उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में साउथ जोन के पार्टी के कार्यकर्ताओं से बैठक की और मौजूदा हालात पर चर्चा की। उमर अब्दुल्ला की बैठक उस समय हुई जब उन्होंने कश्मीर में एक किताब के विमोचन पर महत्वपूर्ण बयान दिया था। बयान में कहा था कि वह उन लोगों के साथ नहीं हैं, जो पाकिस्तान में अपना भविष्य देखते है। वह उन लोगों के साथ भी नहीं है, जो कश्मीर का भविष्य भारत के साथ नहीं मानते हैं। नेकां के किसी नेता की पांच अगस्त के बाद यह पहली बैठक है। जिसमें कार्यकर्ता मौजूद थे। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री डा फारूक अब्दुल्ला अभी तक पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ ही बैठक कर रहे हैं।
घाटी में सक्रिय हुए पिता और पुत्र ं
जम्मू। पूर्व मुख्यमंत्री डा फारूक अब्दुल्ला घाटी की अन्य पार्टियो के नेताओं से बैठक करके गुपकार घोषणा पर एक मंच तैयार करने में जुटे हैं। धारा 370 को बहाल करके विशेष दर्जे की मांग को लेकर राजनीतिक सक्रियता बढ़ा रहे हैं। वहीं, उमर अब्दुल्ला पार्टी के कार्यकर्ताओं में नई जान फूंकने के लिए बैठकें कर रहे हैं। पार्टी कायर्कताओं को संदेश दे रहे हैं कि वह कश्मीर के लिए बड़ी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार रहें। हालांकि उमर अब्दुल्ला ने धारा 370 बहाल नहीं होने तक विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है। पार्टी स्तर पर चुनावों की तैयारियां करने में उमर ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।
पीडीपी की बैठक में नहीं पहुंचे नेता
जम्मू। अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद पहली बार पीडीपी की बैठक बुलाई गई थी। पार्टी मुखिया महबूबा मुफ्ती नजरबंद होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सकीं। वर्चुअल माध्यम के जरिए पार्टी महासचिव गुलाम नबी लोन, नईम अख्तर ने वीडियो संदेश को रिकॉर्ड करके भेजा था। वहीं बैठक में नेताओं के नहीं पहुंचने पर इसे रद्द करने का फैसला लिया गया। इससे पहले भी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुज्जफर बेग ने पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई थी। किसी भी नेता के नहीं पहुंचने पर इस बैठक को भी रद्द कर दिया गया था।