देश में कोरोना महामारी के बाद अब जीका वायरस ने चिंता बढ़ा दी है। कुछ दिन पहले केरल में 1 गर्भवती महिला में इस वायरस की पुष्टि हुई थी । जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया था।
जीका वायरस का बढ़ा खतरा
पहला मामला मिलने के बाद विभाग ने कई सैंपल भेजे । जिनकी रिर्पोट आने के बाद अब खतरा मंडराने लगा है। आपको बता दें कि 1 गर्भवती महिला समेत 14 लोगों के मच्छर जनित वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। पुष्टि होने के बाद राज्य के सभी जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
पड़ोसी राज्यों में भी अर्लट जारी
देश मे जीका वायरस के मामले केरल में लगातार सामने आ रहे है। मामलों को बढ़ता देख पड़ोसी राज्य कर्नाटक ने इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए दिशानिर्देश जारी किए है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने जानकारी देते हुए बताया कि जीका वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए एक कार्य योजना तैयार की है। जल्द ही उस पर काम शुरू होगा।
19 में से 13 सैंपलों में पाया गया वायरस
गौरतलब है कि केरल में जीका वायरस का पहला मामला आया था तो विभाग ने मामला संज्ञान में लेते हुए सैंपल भेजे । भेजे गए 19 सैंपल में से 13 में जीका के लिए सकारात्मक पाए गए है। सभी 13 संक्रमित तिरुवनंतपुरम के निजी अस्पताल में काम करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं। वे सभी शहर के एक अस्पताल के पास रहते थे।
स्वास्थ्य विभाग हुआ सर्तक
जीका वायरस के मामले सामने आते ही प्रशासन भी हरकत में आ चुका है। विभाग द्वारा अस्पतालों को सर्तक रहने के लिए कह दिया गया है। वायरस का पता लगाने वाली प्रयोगशाला की सुविधा को बढ़ाया जा रहा है। इसके साथ ही जागरूकता अभियान चला कर लोगों को इसके बारे में जागरूक किया जाएगा।
लक्ष्ण दिखने पर तुरंत जांए अस्पताल
डाॅक्टरों की माने तो बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द या लाल धब्बे जैसे लक्ष्ण दिखाई देने पर तुरंत अस्पताल में इलाज करवाएं। इस बीमारी के लक्ष्ण में हल्का बुखार, त्वचा पर चकत्ते और जोड़ों में दर्द और सिरदर्द होना शामिल है।