नई दिल्ली। ‘सबका साथ- सबका विकास’ के नारे के साथ चुनावी मैदान में उतरी मोदी सरकार ने ‘सर्वजन विकास’ के बाद अब ‘सबके साथ’ के लिए एक अनूठी पहल की है। मोदी सरकार ने मुस्लिमों को अपने साथ जोड़ने के लिए बड़ा फैसला लिया है जिसके अर्न्तगत देशभर में मुस्लिम पंचायत आयोजित करने का फैसला लिया है। इन मुस्लिम पंचायतों को प्रोग्रेस पंचायत का नाम दिया गया है। इस पहल की शुरुआत गुरुवार से हरियाणा के मेवात से की जाएगी।
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही केरल में अपने संबोधन में मोदी ने कहा था कि मुस्लिमों को वोट बैंक के तौर पर ही ना समझा जाए। युवाओं के विकास पर जोर देते हुए उन्होने कहा था कि युवाओं से भरे इस देश में नया सपना होना चाहिए, जो देश की रफ्तार को नई गति दे सके। पीएम मोदी ने इस दौरान मुस्लिम समुदाय के उत्थान और उन्हें विकास की मुख्यधारा में जोड़ने की बात कही थी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर अपने संबोधन में मोदी ने कहा था देश में राजनीतिक पार्टियां मुस्लिमों को महज एक वोट बैंक समझती हैं। देश के मुस्लिम वोट बैंक नही हैं।
मोदी सरकार के इस अनूठे पहल को गुरुवार से हरियाणा के मेवात से शुरु किया जाएगा जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोग एक मंच पर अपनी समस्याएं रख सकेंगे। इस पंचायत में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी समेत कई केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। प्रगतिशील पंचायत के जरिए देशभर में मुस्लिमों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनी जाएंगी और उसका हल किया जाएगा।