नई दिल्ली। चीन ने डोकलाम विवाद के बाद एक बार फिर सीधे-सीधे भारतीय सरकार पर हमला बोला है। चीन के अखबार के लेख में लिखा है कि मोदी सरकार जान बूझकर भारत को युद्ध की ओर धकेल रही है। चीनी अखबार में तो यहां तक लिखा है कि भारत चीन के बीच युद्ध किसी से छीपा नहीं है। इन दोनों देशो के बीच युद्ध तय है। चीनी अखबार ने अपनी सेना को 50 साल में सबसे मजबूत सेना बताया है। चीनी अखबार के एक संपादकीय में लिखा है कि मोदी सरकार लगातार अपने लोगों से झूठ बोल रही है। कि 2017 वाला भारत 1962 से अलग है। जबकि स्थिति वही है। अगर मोदी सरकार युद्ध करना चाहती है तो अपने लोगों को सच बताए।
बता दें कि चीनी अखबार के मुताबिक कुछ दिनों बाद डोकलाम में चीनी सेना भारत के खिलाफ छोटा अभियान चला सकती है। साथ ये भी लिखा है कि इससे पहले चीन सेना भारत को इसके बारे में जानकारी भी देगी। जहां भारत शांति बरतने की बात कर रहा है लेकिन चीन भड़काऊ लेखों की झड़ी लगाए हुए है। जिसके कारण दोनों देशों में सिर्फ विवाद फैलेगा। चीन और भीरत के बीच विवाद का मकसद सिर्फ सौदेबाजी है। पिछले हफ्ते जब चीन को सेना पीछे हटाने के लिए कहा गया था तो चीन का कहना था कि उसने संयम का प्रयोग किया है। पीएलए ने पिछले महीने कोई कार्रवाई नहीं की थी। जब भारतीय सेना ने चीन क्षेत्र का उल्लंघन किया तब भी चीन ने संयम रखा। लेकिन भारत की लापरवाही से चीन हैरान है।
वहीं यू दोंगशियोम का कहना है कि भारतीय सेना को जल्द से जल्द बिना शर्त के वापस चले जाना चाहिए। चीनी मीडिया का कहना है कि बिंजिग डोकलाम से अपने सैनिक वापस नहीं बिलाएगा। क्योंकि ये जगह चीन से जुड़ी हुई है और इसका सबूत 1890 की संधि में मौजूद है। साथ ही उनका कहना है कि अगर अगर चीन अभी पीछे हट जाता है तो भारत को इससे आगे और भी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। बीजिंग और नई दिल्ली के बीच और भी कई समस्याओं को लेकर विवाद है। लेकिन डोकलाम इससे बिल्कुल अलग है। उसी पर भारत ने जवाब देते हुए कहा कि अगर चीन अपनी सेना को वापस बुला लेता है तो भारत भी अपने सैनिकों को वहां से वापस बुला लेगा। वहीं चीनी विशेषज्ञ का कहना है कि कुछ लोग इस गलतफहमी में है कि चीन-अमेरिका की रणनीति में भारत अहम भूमिका निभा सकता हैं और ये सोच कर चीन वापस हो जाएगा तो ये उसकी गलतफहमी होगी।