– तेंदुए की तलाश में वन विभाग और पुलिस टीम ने गांव में डाला डेरा
मिर्जापुर। जिले के हलिया थानाक्षेत्र में उस वक्त पुलिस भी खौफजदा हो गई। जब पुलिस कंटोल रुम में गांव में घुसे तेदुंए ने गाय पर हमला बोल उसे मौत की नींद सुला दिया। इस घटना को देख ग्रामीण सिहर चुके हैं। उसके बाद से स्थानीय पुलिस फोर्स की मदद से वनविभाग की टीम पूरे कस्बे में फैल चुकी है और तेदुंए की तलाश में जुट चुकी है।
दरअसल, मडवा ग्राम पंचायत के प्रधान रमेश सिंह का धनावल गांव में पाही है। जहां उनके पिता राजेंद्र सिह ने अपने पालतु मवेशियों की देखभाल के एक बाडा बनाया है। गुरुवार शाम को राजेंद्र सिंह ने अपने बाडे के बाहर पेड से गाय और भैंस बांध दी थी।
बताया कि देर रात अचानक गांव में घुसे तेंदुए ने गाय पर हमला कर दिया। तो वहीं पेड बंधी भैंस छपटाने के रास्त तेज में आवाज में शोर मचाने लगी। अचानक मेवशियों की आवाज सुनकर कुछ ग्रामीण हाथ टॉर्च जलाकर और लाठी लेकर बाहर आ गए।
जैसे ही टार्च की रोशनी तेदूए पर पडी तो वहां से बच निकला। उसके बाद ग्रामीण गाय को देखने गए तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस कंटोल रूम पर कॉल कर गांव में घुसे तेदुए की जानकारी दी।
कस्बे में तेंदुए का खौफ
हालांकि सुबह तक तेदुए के हमले की सूचना पूरे कस्बे में आग की तरह फैल गई। इसके बाद ग्रामीणों को जानमाल की सुरक्षा को लेकर चिंता सताने लगी। ग्राम प्रधान रमेश सिंह ने बताया कि संयोग से तेंदुए के हमले से गाय की मौत हो गई, लेकिन भैस के शोर से उनके पिता की नींद टूट गई।
ग्रामीणों की सहायता से पुलिस ने वन विभाग को पूरे मामले की जानकारी दी। हालांकि वन विभाग के अफसर वी के तिवारी ने बताया कभी कभी पानी तथा शिकार की तलाश में जंगल से रास्ता भटकते हुए वन्यजीव गांवों में चले आते हैं। तेंदुए से ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए वनकर्मियों की टीम गांव में तैनात की गई है।