देहरादून। खूबसूरत वादियों से घिरे देहरादून का देश में अपना एक अलग ही मुकाम है। ये न केवल एक पर्यटन केन्द्र है बल्कि यहां आईएमए जैसे ट्रेनिंग संस्थान भी है। लेकिन अब इस शहर की पटरी को जल्द ही एक नई रफ्तार मिलने वाली है । जिससे न केवल इस शहर की काया पलटेगी बल्कि इस शहर का नाम भी दिल्ली जैसे शहरों में शुमार हो जाएगा।
इस राह की शुरुआत मंगलवार को हुई जहां पर उत्तराखण्ड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक आर.मीनाक्षी सुन्दरम और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के निदेशक सोमदत्त ने सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत के सामने एम.ओ.यू पर हस्ताक्षर किए।
इस योजना के तहत प्रशासन की ओर से 2.10 करोड़ रुपए सेंशन किए गए है। इसके साथ ही इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार होने के बाद डीएमआरसी 5 महीने में रिपोर्ट डीपीआर को देगा। इस इस परियोजना पर हस्ताक्षर होने के बाद हरीश रावत ने कहा कि इस योजना से शहर के लोगों को यातायात के सही साधन प्राप्त होंगे।
राज्य में हर साल सैकड़ों की संख्या में पर्यटक आते है, मेट्रो के बन जाने से यह शहर लोगों को और भी आकर्षित करेगा।इस योजना के लक्ष्य देहरादून को अन्य राज्यों की तरजीह पर मेट्रो सुविधा प्रदान करना है और अगर पिछले कुछ सालो की तुलना की जाए तो ये शहर अपने डेवलेपमेंट के चलते काफी सुर्खियों में रहा है जिसका श्रेय पूरी तरह से मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण के वाइस चेयरमैन मीनाक्षी सुंदरम को जाता है।
सुंदरम जी ऐसी ही शख्सियत है जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर न केवल शिखर की ऊंचाइयों को छुआ बल्कि अपनी दूरदर्शिता से समाज के लिए ऐसे कार्य किए जो हर तबके के लिए सराहनीय हैं।कुछ दिन पहले भारत खबर से बात करते हुए मीनाक्षी सुंदरम ने कहा था कि कनेक्टिविटी के लिहाज से हरिद्वार और ऋषिकेश को मेट्रो के माध्यम से देहरादून से जोड़ने के लिए एक स्टडी की गई है जिससे जो डेवलेपमेंट हुई है वो उत्तराखण्ड मेट्रो रेल कोर्पोरेशन के कारण हुई है बहुत जल्द ही हम दिल्ली मेट्रो कोर्पोरेशन से बात करने वाले हैं जो डीपीआर के लिए जो एक महत्वपूर्ण कदम है। और कल एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर करके न केवल उन्होंने लोगों की उम्मीदों पर अपना भरोसा कायम रखा बल्कि देहरादून को एक नई उड़ान देने की कोशिश भी की।