नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद से जन धन खातों में बढ़ रही पैसों को जमा राशि को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जन धन खातों से अब पैसे निकालने की सीमा तय कर दी है जिसके अनुसार अब इन खातों से महज दस हजार रुपए प्रतिमाह निकाले जा सकेंगे, इसके साथ ही आरबीआई ने कहा है कि खास समयों पर इस सीमा को बढ़या भी जा सकता है। गौरतलब है कि ऐसा फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि सरकार को ऐसा लगता है कि कालाधन रखने वाले लोग जनधन खातों का इस्तेमाल करते हैं और उनमें अपने पैसों को जमा करवा देते हैं।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले भी कई बार इस बात को लोगों के समक्ष रखा था, उन्होंने मन की बात में भी इस बात का जिक्र रकते हुए कहा था कि अगर कोई भी आपके खातों में पैसे जमा कराने की बात करे तो उसे मना कर दें, वरना कार्यवाही के दौरान जमाकर्ता और खाता धारक दोनो जबाब देह होंगे। गौरतलब है कि नोटबंदी के फैसले के बाद से लगातार ऐसी खबरें आती रही हैं कि जनधन खातों में पैसों को भारी मात्रा मंे सफेद करने के लिए जमा किया जाता रहा है।
इसी सिलसिले में आरबीआई ने आज आदेश जारी करते हुए कहा है कि लिमिटेड और नॉन-केवाईसी खातों के तहत आने वाले खाताधारक हर महीने अपनने अकाउंट से पांच हजार ही निकाल पाएंगे। आरबीआई ने कहा है कि ऐसा करने के पीछे उसका मकसद बस यही है कि जनधन योजना के तहत खाताधारक किसानों और गरीबों को मनी लॉन्ड्रिंग करने वालों के लेन देन और गरीबाें को निशाना बनाने से बचाया जा सके।