देश में राष्ट्रपति चुनाव आने में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं ऐसे में चुनावी माहौल इस वक्त गर्मा रखा है। वही विपक्ष में कांग्रेस और समर्थक पार्टियों की राष्ट्रपति उम्मीदवार मीरा कुमार गुजरात के साबरमती राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रचार शुरू करने जा रही है। दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य विपक्षी पार्टियों को मीरा कुमार धन्यवाद दिया। मीरा कुमार ने एनडीए उम्मीदवार को रामनाथ कोविंद को चुनौती देते हुए कहा कि बिहार में नीतीश कुमार का समर्थन लेने के लिए उन्होंने पत्र लिखकर उन्हें समर्थन करने के लिए कहा है। वही उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पद के साथ साथ वह विचारधारा की लड़ाई भी लड़ रही है।
वही दूसरी तरफ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर बोलते हुए मीरा कुमार का कहना है कि उनके लोकसभा अध्यक्ष के समापन दिन पर सभी पक्षों ने टिप्पणियां की थी। मीरा कुमार ने कहा है कि उन्होंने किसी के भी साथ पक्षतापूर्ण राजनीति नहीं की है। आपको बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मीरा कुमार को एक वीडियो के जरिए अपने निशाने पर लिया है। जिसके तहत एनडीए मीरा कुमार को घेरने में लगा हुआ है। दरअसल जहां विपक्ष ने रामनाथ कोविंद के पुराने बयानों को आधार बनाया है तो वही बीजेपी ने भी मीरा कुमार से जुड़े हुए पुराने विवादों को उजागर किया है। यह विवाद वह हैं जोकि उनके लोकसभा स्पीकर रहने के दौरान सामने आया था। लोकसभा स्पीकर रहने के दौरान मीरा कुमार बंगला विवाद के कारण खूब सुर्खियां बटौरी थी। मीरा कुमार पर बंगले का आवंटन करने का विवाद था। यह विवाद एनडीएम द्वारा साल 2000 में बनाए गए नियम के खिलाफ था। इस विवाद में मीरा कुमार पर कृष्ण मेनन मार्ग पर मिले बंगले को 25 सालों तक आवंटित करने और उसे बाबू जगजीवन राम के स्मारक के रूप में बदलने का आरोप लगा था।
वही जातिगत राजनीति करने वालों पर निशाना साधते हुए मीरा कुमार ने कहा कि इससे पहले देश में जो भी राष्ट्रपति बने है वह उच्च जाति से बिलौंग रखते हैं। लेकिन इस बार चुनाव में जातिगत मुद्दा को आगे किया जा रहा है। उनका कहना है कि जाति नाम को एक गठरी में बांध कर जमीन में गाड देना चाहिए। उनके अनुसार कही पर भी जातिवाद राजनीति नहीं होनी चाहिएवही रामनाथ कोविंद पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन करने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने नीतीश कुमार को एक खत लिखा है जिसमें उन्होंने विपक्षी पार्टी को समर्थन देने का आग्रह किया है। नीतीश कुमार पर बोलते हुए उन्होंने कहा है कि यह नीतीश कुमार का फैसला है कि वह किसे समर्थन दे रहे हैं। यह नीतीश कुमार और उनकी पार्टी पर निर्भर करता है। ।