लखनऊ: केजीएमयू में अपग्रेटेड कोविड-19 हाईथ्रूपुट टेस्टिंग लैब का लोकापर्ण किया गया माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अंतर्गत अपग्रेटेड कोविड-19 हाईथ्रूपुट टेस्टिंग लैब का लोकार्पण प्रमुख सचिव, मेडिकल एजुकेशन आलोक कुमार ने किया। इस मौके पर उप कुलपति विनीत शर्मा , माइक्रोबायोलॉजी विभाग की हेड अमिता जैन सहित चिकित्सा विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।
High Throughput Lab की विशेषताएं
- एक दिन में 15000 जांचें संभव हो जाएंगी।
- RTPCR Machines की संख्या 4 से बढाकर 7 कर दी गयी है
- RNA extraction machines की संख्या 1 से बढाकर 4 कर दी गयी है
ब्राउन हाल में हुआ कार्यक्रम
प्रमुख सचिव ने माइक्रोबायोलॉजी विभाग में रिबन काटकर प्रयोगशाला का लोकार्पण किया। उन्होंने माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रयासों को देखा और उनके कार्यों की भरपूर सराहना की। केजीएमयू द्वारा उठाए गए इस कदम को प्रोत्साहित और इसका स्वागत किया। साथ ही लोकार्पण कार्यक्रम केजीएमयू के प्रशासनिक भवन स्थित ब्राउन हाल में संपन्न हुआ।
ब्राउन हाल में कार्यक्रम की शुरुआत
ब्राउन हाल में कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस अवसर पर कुलपति ने पूरे यूपी राज्य के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा किए गए परामर्श कार्य की सराहना की एवं प्रयोगशाला के लिए बधाई दी। इसके साथ ही कुलपति ने इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री , चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, सरकार और प्रमुख सचिव, मेडिकल एजुकेशनआलोक कुमार का आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की हेड अमिता जैन ने राज्य भर में कोविड परीक्षण के दौरान आयीं चुनौतियों के बारे में बताया । माइक्रोबायोलॉजी विभाग,केजीएमयू देश में अधिकतम COVID-19 परीक्षण करने वाली प्रयोगशालाओं में से एक है और हाल ही में 22 लाख कोविड आरटीपीसीआर परीक्षण कर एक रिकार्ड स्थापित किया।
पूरी टीम समाज के लाभ के लिए निरंतर समर्पण और सहयोग के साथ काम कर रही है। वर्तमान में प्रतिदिन 15000 कोविड सैंपल आरटीपीसीआर टेस्ट करने की क्षमता है।
माइक्रोबायोलॉजी विभाग सलाह और प्रशिक्षण के साथ-साथ अनुसंधान गतिविधियों में लगातार लगी हुई हैं, और COVID-19 नमूनों की पूलिंग पर ICMR के साथ एक सलाह जारी की है जो RTPCR परीक्षण के टर्नअराउंड समय, अभिकर्मक और जनशक्ति को कम करती है। ICMR द्वारा जारी की गई सलाह को राष्ट्रीय स्तर पर भी RTPCR प्रयोगशालाओं द्वारा अच्छी तरह से पालन किया गया है।
माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट और KGMU ने पहले भी LOW PUT प्लेटफार्म के तहत कई जीवों का लिए जीन का अनुक्रमण किया है। यह बहुत सम्मान और गर्व का दिन है क्योंकि माइक्रोबायोलॉजी विभाग अपने क्षितिज का विस्तार कर रहा है। राज्य के लिए एक उच्च थ्रूपुट जीनोम अनुक्रमण सेवाओं को ला रहा है।समारोह का समापन डॉ. विमला वेंकटेश के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। समारोह में केजीएमयू के सभी प्रतिष्ठित संकायों के डाक्टरों और कर्मचारियों ने भाग लिया।