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कल है सुहागनों के लिए सबसा बड़ा दिन, जाने क्या है इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

karwa chauth 1571039090 कल है सुहागनों के लिए सबसा बड़ा दिन, जाने क्या है इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

नई दिल्ली: एक दिन बाद 17 अक्टूबर को सुहागन स्त्रियों का सबसे बड़ा व्रत करवाचौथ रखा जाएगा। सुहाग और प्रेम का प्रतीक करवाचौथ न सिर्फ धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ है बल्कि यह व्रत लोगों को अपने बिगड़े हुए रिश्तों को सहेजने का भी एक और मौका देता है। ऐसे में आइए जानते हैं आखिर क्या है इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि। साथ ही इस खास दिन करवा चौथ पर हर महिला को अपने पति की लंबी उम्र और प्यार बनाए रखने के लिए क्या करने से बचना चाहिए। 

करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त-

करवा चौथ पूजा मुहूर्त- सायंकाल 6:37- रात्रि 8:00 तक चंद्रोदय- 

सायंकाल 7:55 चतुर्थी तिथि आरंभ- 18:37 

(27 अक्टूबर) चतुर्थी तिथि समाप्त- 16:54 (28 अक्टूबर)

करवाचौथ व्रत की पूजा विधि-

-करवाचौथ के दिन सूर्योदय से पहले उठकर सरगी के रूप में मिला हुआ भोजन करके पानी पी लें। इसके बाद भगवान से इस निर्जला व्रत करने का संकल्प लें।

-करवाचौथ के व्रत में महिलाएं पूरे दिन जल-अन्न ग्रहण किए बिना चांद देखने के बाद ही अपना व्रत खोलती हैं। 

-पूजा करते समय एक मिट्टी की वेदी पर सभी देवताओं की स्थापना कर इसमें करवे रखें।

-इसके बाद एक थाली में धूप, दीप, चन्दन, रोली, सिन्दूर रखकर घी का दीपक जलाएं।

-करवाचौथ के पूजन के दौरान करवा चौथ कथा खुद भी जरूर सुनें और दूसरों को भी सुनाएं।

-चांद को छलनी से देखने के बाद अर्घ्य देकर चन्द्रमा की पूजा करनी चाहिए।

-चांद को देखने के बाद पति के हाथ से जल पीकर व्रत खोलना चाहिए।

-इस दिन बहुएं अपनी सास को थाली में मिठाई, फल, मेवे, रूपये आदि देकर उनसे सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद लेती हैं।

करवाचौथ के दिन भूलकर भी न करें ये काम

नुकीली चीजों का इस्तेमाल करने से बचें

करवा चौथ के दिन व्रत रखने वाली स्त्री को कैंची नहीं चलानी चाहिए। इसके अलावा महिलाओं को कपड़े या सब्जी भी काटने से बचना चाहिए। व्रत रखने वाली महिलाओं को सुई-धागे और कढ़ाई, सिलाई या बटन टाकने के काम को करने से भी परहेज  करना चाहिए। 

सफेद चीजों का न करें दान

करवा चौथ के दिन महिलाओं को चंद्रमा की प्रतीक किसी भी सफेद चीज का दान करने से बचना चाहिए। उदाहरण के लिए जैसे, सफेद फूल, सफेद कपड़े, दूध, दही चावल, सफेद मिठाई और नारियल आदि का दान करने से बचें। सुबह करवा चौथ के व्रत का संकल्प लेने समय काले, सफेद या नीला रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए। इस व्रत में पूरे दिन चटख रंगों के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि लाल और चटख कपड़े महिला के सुहाग और सौभाग्य का प्रतीक होते हैं।

अक्सर लोग सुबह उठते ही आइना देखते हैं। अगर आप भी ऐसा ही कुछ करती हैं तो करवा चौथ के दिन ऐसा करने से बचें। सुबह उठते ही सबसे पहले अपनी हथेलियां को देखकर अपने ईष्ट देव का ध्यान करें। आज के दिन किसी भी महिला को सुहाग से जुड़ी अपनी कोई वस्तु घर के बाहर नहीं फेंकनी चाहिए। अगर आपको लगता है कि आपकी कोई चीज बेकार हो गई है तो उसे करवा चौथ के बाद घर से बाहर निकालें।

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