मुंबई। नोटबंदी को लेकर सरकार के रुख और फैसले पर लागातार सवाल उठाए जा रहे है और यह हमला अब भी जारी है। पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने के मुद्दे के बाद शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबैन के फैसले पर सवाल खड़े कर दिए है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि इस फैसले का मुख्य उद्देश्य ही पूरा नहीं हुआ एक तरफ तो जनता लाइन में खड़ी है और दूसरी तरफ आतंकवाद अब भी जारी है।
मुंबई में आयोजित एक समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए ठाकरे ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला उन्होंने कहा कि जवानों ने दुश्मन की गोलियों का सामना किया लेकिन सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें अपना पैसा ही नहीं मिल रहा है। यहा बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि अब वो लोग खुद की गोलियों से मर रहे हैं।
इसके साथ ही उद्धव ने पीएम मोदी के इंदिरा गांधी के नोट बैन न लागू किए जाने वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 1978 में मोरारजी देसाई ने कंरसी बैन का फैसला लिया था लेकिन उसके बावजूद अर्थव्यवस्था बेहतर क्यों नहीं हुई थी?
बता दें कि नोटबंदी लागू किए हुए 40 दिन बीत चुके है लेकिन बैंको और एटीएम के बाहर कतारें खत्म होने का नाम नहीं ले रही। जिसके चलते सरकार पर विपक्षी दलों का हमला काफी तेज हो गया है।