मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को यूं तो जरायम का गढ़ कहा जाता है। लेकिन अपनी इस पहचान से इतर सूबे में विकास की इबारत लिखने में पश्चिमी उत्तर प्रदेश सबसे अव्वल है। इसकी वजह है यहां पर लगातार बढ़ता हुआ शिक्षा का स्तर…जब हम बात करते हैं शिक्षा की तो उत्तर प्रदेश में मेरठ की अपनी अलग ही पहचान है।
मेरठ की इसी पहचान को बनाने एक नाम है दीवान पब्लिक स्कूल का जिसके दायरे में बढ़ कर देश की युवा पीढ़ी नए आयाम लिख रही है।
दीवान पब्लिक स्कूल का सफर:-
मेरठ में दीवान पब्लिक स्कूल के सफर की शुरुआत दीवान दौलतराम चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा 1992 में हुई थी। स्वर्गीय. श्री दौलतराम दीवान का सपना था एक ऐसे स्कूल का निर्माण करना जहां शिक्षकों द्वारा बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार दिए जा सकें। इस सफर में स्कूल ने कई उपलब्धियां भी हासिल की और कई नए आयामों को जोड़ा।
दीवान पब्लिक स्कूल सीबीएसई माध्यम का इंग्लिश मीडियम स्कूल है। लगभग 5 एकड़ में फैले हुए इस स्कूल में लड़के और लड़कियां दोनों को एक साथ पढ़ाया जाता है। साल 2016 में ही दीवान पब्लिक स्कूल को सीबीएसई के चुनिंदा टॉप-10 स्कूलों की श्रेणी में भी रखा गया था।
ऐसा नहीं की स्कूल में बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान दिया जाता हो। बल्कि यहां बच्चों को उनके जीवन में आगे बढ़ने में हर मददगार पहलू सिखाए जाते हैं। खेलों के मामले में भी दीवान पब्लिक स्कूल किसी से पीछे नहीं रहता इस क्षेत्र में भी यह नित नए मुकाम हासिल करता रहता है।