श्री नगर। कश्मीर में लगभग डेढ़ महीने से चल रही हिंसक घटनाओं के चलते घाटी की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है जिसकी वजह से वहां के कारोबार को अब तक 6400 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान हो चुका है।
बता दें, कर्फ्यू और अलगावादियों की हड़ताल के कारण कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के 8 जुलाई को मारे जाने के बाद कश्मीर में भड़के विरोध के मद्देनजर पिछले 49 दिनों में कश्मीर में पर्यटन और अन्य कारोबारी गतिविधियां ठप हो गई थी। सूत्रों के अनुसार सामान्य हालात में घाटी में 135 करोड़ रुपए का कारोबार होता है लेकिन कुछ दिनों से कर्फ्यू और प्रतिबंध लगने से अनुमानित नुकसान 6400 करोड़ रुपए आंका जा रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक राज्य के दुकानदार चाहते हैं कि कश्मीर की इस मौजूदा समस्या का हर तुरंत खोजा जाए क्योंकि इन हालातों के चलते राज्य की सरकार और राज्य के लोगों सबको भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। पिछले डेढ़ महीने से राज्य सरकार को करीबन 300 करोड़ रुपये का राजस्व घाटा हो चुका है। राज्य में टैक्स और लेवी का कलेक्शन बहुत ज्यादा नीचे आ चुका है और सबसे ज्यादा बुरा असर सेल्स टैक्स पर पड़ा है, वहीं राज्य की कमाई के सबसे बड़े साधन पर्यटन पर बुरी तरह से असर हुआ है और लोग कश्मीर जाने का ख्याल छोड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य के हालात को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी आज उनके आवास 7 रेसकोर्स में मुलाकात की है।