कासगंज। कासगंज में हुई साम्प्रदायिक हिंसा व युवक की हत्या के मामले के फरार आरोपियों के घरों की कभी भी कुर्की हो सकती है। पुलिस ने सीजेएम न्यायालय से कुर्की के आदेश प्राप्त कर लिये हैं। अगर जल्द आरोपी गिरफ्तार न हुए तो कुर्की कराई जाएगी। कासगंज में 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा के दौरान हुई साम्प्रदायिक हिंसा व युवक चंदन की हत्या आदि मामलों के 13 आरोपी फरार चल रहे हैं। पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए अलीगढ़, एटा, बदायूं और आसपास के जिलों में लगातार दबिश दे रही है। अब तक मुख्य हत्यारोपी सलीम व दंगारोपी राहत कुरैशी के अलावा अन्य फरार गिरफ्त में नहीं आये हैं।

बता दें कि पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस ने आरोपियों के घरों पर कुर्की की घोषणा के आदेश चस्पा करने के बाद सीजेएम न्यायालय से कुर्की आदेश प्राप्त कर लिये हैं। अगर एक-दो दिन में आरोपी गिरफ्तार न हुए तो कुर्की की कार्यवाही की जाएगी। मुख्य हत्यारोपी सलीम के भाई नसीम व वसीम के अलावा जाहिद उर्फ जग्गा, आसिफ कुरैशी, शबाब, असीम कुरैशी, सलमान, आसिफ, शाकिब व निशू आदि 13 आरोपी फरार चल रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी से चंदन की हत्या के आरोपियों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराने के लिए पुलिस ने अपनी रिपोर्ट भेज दी है। संभावना है कि जिलाधिकारी सोमवार को मुख्य आरोपी सलीम का डबल बैरल लाइसेंस, उसके भाई नसीम का रिवाल्वर लाइसेंस निरस्त कर सकते हैं। प्रशासन द्वारा मृतक चंदन के पिता द्वारा अपनी सुरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस मांगे जाने पर उसे जारी करने की सहमति दी है। चंदन के पिता सुशील गुप्ता के अनुसार वे एक लाइसेंस अपने नाम, दूसरा बेटे के नाम लेंगे। उनका कहना था कि मुकदमें की पैरवी के चलते उन्हें बार-बार आना-जाना पड़ेगा ऐसे में एक लाइसेंस से पर्याप्त सुरक्षा संभव नहीं है।