मेरठ। एक कलयुगी बेटा जिसने प्रोपर्टी के लालच में पूरी फिल्मी स्टाइल में ही एक स्क्रिप्ट लिखी और इस स्क्रिप्ट में वह खुद ही विलन और खुद ही ने हीरो का रोल निभाया। उसने अपनी मां के अपहरण के लिए 2 लोगों को 5 लाख की सुपारी दी और अपनी बूढ़ी मां का अपहरण करवा दिया। पुलिस और जनता को गुमराह करने के लिए थाने में रिपोर्ट लिखवाने के साथ-साथ मुख्यमंत्री तक के पास अपनी मां की बरामदगी के लिए गुहार लगाई। लेकिन पुलिस जांच में इस शातिर बेटे का असली चेहरा खुलकर सामने आ गया जिसके बाद पुलिस ने अपरहरण का सनसनीखेज खुलासा करते हुए वृद्धा के पुत्र सहित 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। हालांकि अभी तीसरा आरोपी फरार चल रहा है और वृद्धा की बरादमगी भी नहीं हो सकी हैं, लेकिन पलिस वृद्धा के साथ किसी अन्होनी की आशंका लगा रही है।
गौर से देखिए पुलिस की हिरासत में खड़े आसमानी कमीज पहने इस शख्स को ये ही है कलयुगी बेटा दीपक जो एलएलएम कर चुका है। जिस बेटे को मां ने एक पौधे से पेड़ बनाया और उसी पेड़ ने फल देने के बजाय अपनी उस बूढ़ी मां को कांटे ही दे दिए ।
गौरतलब की बात तो यह है कि बीती 23 मार्च को बी 110 फेस 1 निवासी कमलेश का उनके ही घर से अपहरण हो गया था। इस मामले में कमलेश के पुत्र दीपक ने अपने मामा आदि को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन आरोपी शुरू से ही खुद को निर्दोष बताते रहे। आज पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता करते हुए एसपी सिटी मानसिंह चैहान ने बताया कि कमलेश के अपहरण के मामले में पुलिस ने उसके पुत्र दीपक अग्रवाल व उसके साथी विनोद पुत्र गुलजारी निवासी पल्हैड़ा को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक संतोष करीब 12 करोड़ की संपत्ति की मालकिन थीं। उनके 2 पुत्र हैं, जिनमें एक मंद बुद्धि है। दीपक ने पुलिस को बताया कि उसकी मां के रहते वह इतनी संपत्ति होते हुए भी ऐश की जिंदगी नहीं जी पा रहा था, इसलिए उसने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। घटना वाले दिन विनोद अपने साथी सलीम के साथ उसके घर पहुंचा और कमलेश को बेहोश कर कार की डिग्गी में डालकर ले गया। पूर्व निर्धारित योजना के तहत सलीम कमलेश के मोबाइल से कॉल करके उससे फिरौती मांगता रहा। बाद में कमलेश का मोबाइल खराब होने के बाद नए मोबाइल में सिम डालने के कारण आरोपी धरे गए। पुलिस के अनुसार कमलेश के विषय में सलीम को ही जानकारी है, सलीम की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
ये देखिए ये है वो विनोद जिसको दीपक ने अपनी मां का अपहरण करवाने के लिए 5 लाख की सुपारी दी थी। आप भी सुनिए इस अपहरणकर्ता के मुंह से कि पूरी घटना क्रम क्या था। विनोद के अनुसार उसकी मां दीपक के घर काम करती थी जिस कारण वह दीपक के पूरे परिवार को जानता था और 20.3.2017 को रास्ते से गुजरते वक्त उसने दीपक से नमस्ते की तो दीपक ने रूककर उसको अगले दिन मिलने के लिए बुलाया और वह अगले दिन उससे मिलने चला गया। जहां पर उसे दीपक के साथ एक सलीम नाम का व्यक्ति भी मिला और वहीं पर दीपक ने अपनी मां के अपहरण की पूरी स्क्रिप्ट लिखी डाली।
विनोद ने बताया कि दीपक के प्लान के अनुसार विनोद और सलीम 23.03.2017 को करीब रात साढ़े आठ बजे दीपक के घर पहुंचे जहां उसकी मां कमलेश अकेली थी और कमलेश द्वारा सलीम के बारे में पूछने पर विनोद ने उसको अपना दोस्त बताया तो कमलेश ने चाय बनाई लेकिन वो चाय कमलेश और विनोद ने पी लेकिन सलीम ने नहीं पी जैसे ही विनोद कमलेश के हाथों से बर्तन लेकर रसोई में रखने गया तो सलीम ने कमलेश को कुछ सूंघाकर बेहोश कर दिया। जिसके बाद उन दोनों ने महिला को उठाकर सलीम की सफेद रंग की स्विफ्ट कार की डिग्गी में डाल लिया और कमलेश का मोबाइल भी साथ ले गए। जिसके बाद विनोद रास्ते में ही गाड़ी से उतर गया और कमलेश को सलीम अपने साथ ले गया। अब विनोद दीपक की प्लानिंग के अनुसार कमलेश के फोन से दीपक को फोन करके फिरोती मांगता रहा जिससे पुलिस को लगे कि उसका अपहरण हुआ है और एक दिन कमलेश का फोन खराब हो गया और विनोद ने नया फोन लेकर उसमें कमलेश का सिम डाल लिया जिसके बाद पुलिस ने उसको ट्रेस कर हिरासत में ले लिया और फिर क्या था ? जब सच्चाई सामने आई तो सबके होश उड़ गए क्योंकि इस पूरी घटना के पीछे प्रोपर्टी का मामला था और इस घटना का मास्टरमाइंड भी कमलेश का पुत्र ही था।
हालांकि पुलिस अभी ना तो तीसरे आरोपी सलीम को पकड़ पाई है और ना ही कमलेश का कोई सुराग लगा पाई है। लेकिन पुलिस कमलेश की हत्या कर शव नहर में फैंके जाने की लगातार आशंका जता रही है।