अमेरिका में चल रहे राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन ने बाजी मारी ली है. रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप को 214 इलेक्टरोल वोट्स और जो बाइडन को 290 इलेक्टरोल वोट्स मिले हैं. जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद उन्हें लगातार बधाइयां मिल रही है.
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि वे वादा करते हैं कि वे ऐसा राष्ट्रपति बनेंगे जो देश और समाज को तोड़ने नहीं बल्कि जोड़ने की कोशिश करेंगे. बाइडन ने आगे कहा कि वह एक ऐसे राष्ट्रपति होंगे जो अमेरिका के राज्यों को लाल और नीले के रुप में नहीं बल्कि संयुक्त राज्य अमेरिका के रुप में देखेंगे. इसके साथ ही वह पूरी क्षमता और लगन के साथ लोगों का विश्वास जीतने की कोशिश करेंगे.
अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति चुने गए डेमोक्रेटिक पार्टी के जोसेफ आर बाइडन और उपराष्ट्रपति चुनी गईं भारतीय मूल की कमला हैरिस ने चुनावी नतीजों के बाद शनिवार रात देशवासियों को संबोधित किया. बाइडन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा – एक ऐसा राष्ट्रपति बनूंगा, जो बांटेगा नहीं बल्कि लोगों को एकजुट करेगा.’
बाइडन ने शनिवार रात जीत के बाद अपने भाषण में कहा, मैं ऐसा राष्ट्रपति बनने का संकल्प लेता हूं, जो बांटने नहीं, बल्कि एकजुट करने की कोशिश करेगा, जो डेमोक्रेटिक राज्यों और रिपब्लिकन राज्यों में फर्क नहीं करेगा, बल्कि पूरे अमेरिका को एक नजर से देखेगा. ये अमेरिका में जख्मों को भरने का समय है. जो बाइडन ने आगे कहा – अमेरिका के लोग खुलकर सामने आए और उन्होंने हमें एक स्पष्ट जीत दिलाई. ये जीत हम लोगों के लिए है. हम अमेरिका के इतिहास में राष्ट्रपति पद के लिए मिले अब तक के सबसे अधिक वोटों से जीते हैं. बता दें कि बाइडन के लिए 7.4 करोड़ नागरिकों ने वोट किया.
डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ने कहा – मैं एक ऐसा राष्ट्रपति बनने की प्रतिज्ञा करता हूं, जो विभाजित नहीं करना चाहता बल्कि एकजुट करना चाहता है. जिसे लाल राज्य और नीले राज्य में भेद नहीं है. वो केवल संयुक्त राज्य अमेरिका देखता है. बाइडन ने कहा- आप सभी के लिए जिन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप को वोट दिया, मैं आज रात आपकी निराशा को समझता हूं. अब हम एक दूसरे को मौका देते हैं. ये समय है, जब हमें अपनी कठोर बयानबाजी को दूर करना होगा. गुस्से को कम करना होगा. हम लोग एक-दूसरे को फिर से देखें. ये समय एक-दूसरे को सुनने का है. बाइडन ने कहा- मुझे गर्व है कि हमने दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र में विविधता देखी. हमें उसके बल पर जीत हासिल हुई. हम सबको साथ लाए. इसमें डेमोक्रेट्स, रिपब्लिकंस, निर्दलीय, प्रोग्रेसिव, रूढ़िवादी, युवा, बुजुर्ग, ग्रामीण, शहरी, समलैंगिक, ट्रांसजेंडर, लैटिन, श्वेत, अश्वेत और एशियन शामिल रहें. हमें सभी का समर्थन हासिल हुआ.