घाटी में इन दिनों तनाव का माहौल बना हुआ है। जिस कारण बाबा बर्फानी की यात्रा में सेना की खासा चिंता देखी जा रही है। वही जम्मू बेसकैंप से अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था रवाना कर दिया गया है। अमरनाथ यात्रा पर रवाना हुए जत्थे को उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह के नेतृत्व में भेजा गया है। सेना भी यात्रा के मद्देनजर किसी भी आतंकी हमले से निपटने के लिए तैयार है। वही गुरूवार से सालाना होने वाली अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। लेकिन खूफिया रिपोर्ट ने यात्रा के दौरान किसी बड़े आतंकी हमले की आशंका जताई है। जिसके चलते यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रशासन हर जरूरी कदम उठा रहा है। ऐसे में प्रशासन ने सुरक्षा पैमाने को भी बढ़ा दिया है। 40 दिन लंबी यात्रा जम्मू से शुरू की गई। जानकारी के अनुसार से इस यात्रा के लिए 2.30 लाख लोगों ने अपने नाम का रजिस्टर कराया है।
वही घाटी में इन दिनों बेहद ही तनाव का माहौल बना हुआ है। आए दिन हो रहे आतंकी हमले के कारण सेना खासा सतर्कता बरत रही है। वही पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन 29 जून को होने वाले हैं। वही पवित्र गुफा में पहले दिन अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ उमंग नरूला, राज्यपाल एनएन वोहरा तथा अन्य अधिकारी पूजा करेंगे। वही श्रद्धालुओं में अमरनाथ यात्रा के लिए खासा उत्साह देखा जा रहा है। वही पुलिस महानिरीक्षक द्वारा सीआरपीएफ और राज्य के कई डीआईजी को एक पत्र लिखा है। पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने पत्र में कहा है कि एसएसपी अनंतनाग से मिली जानकारी के आधार पर आतंकवादियों को कई सारे श्रद्धालुओं को जान से मारने का आदेश दिया गया है। उनका कहना है कि मिली जानकारी के अनुसार किसी भी प्रकार घटना से बचने के लिए खासा तैयारी की जरूरत है।
वही पुलिस महानिरीक्षक का कहन है कि अमरनाथ यात्रा के जत्थे पर हमला या गोलीबारी होने की आशंका है। आतंकी यहां आकर किसी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकते है। ऐसे में सीआरपीएफ के महानिदेशक का कहना है कि यात्रा में किसी भी आतंकी हमले से बचने के लिए बड़े पैमाने पर सेना को तैनात किया गया है। हालांकि घाटी में बढ़ते तनाव को देखते पुलिस से लेकर सेना खासी तैयारी में है।