ढाका। बांग्लादेश ने युद्ध के अपराधों का दोषी ठहराए जाने वाले इस्लाम पार्टी जमात ए इस्लामी के नेता मीर अली कासिम को फांसी दे दी है। मौजूदा सरकार द्वारा गठित एक विशेष अपराध न्यायालय ने उन्हें 45 साल पहले बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई के दौरान किए गए युद्ध अपराधों के लिए दोषी करार दिया था। मीर कासिम अली बांग्लादेश के छठे बड़े नेता हैं।
सूत्रों के अनुसार मीर अली कासिम को दोषी ठहराते हुए अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि उनके नेतृत्व में पाकिस्तानी सेना के समर्थकों ने चिटगांव में कत्लेआम किया था। इस पूरे मामले को लेकर मौजूदा सरकार के आलोचकों का कहना है कि सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों को खत्म करने के लिए अदालत का सहारा ले रही है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में 63 वर्षीय मीर कासिम अली की फांसी की सजा को बरकरार रखा था। कासिम समाचार पत्र के मालिक और जमात ए इस्लामी पार्टी को आर्थिक सहायता देने वालों में से रहे हैं। उनके विरुद्ध पाकिस्तान से युद्ध के समय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वालों को यातनाएं देने और उन्माद फैलाने का आरोप था। पूर्वी पाकिस्तान 1971 में पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश बना था।