चेन्नई। जल्लीकट्टू बैन पर तमिलनाडु में बवाल मचा हुआ है जिसके लपेटे में चेन्नई से लेकर मदुरै और बाकी दूसरे शहर सड़क पर उतर आए है। सोमवार सुबह से ही समर्थक काफी आक्रोश में थी जिन्हों मरीना बीच के पास स्थित आइस हाउस थाना परिसर में आग के हवाले कर दिया। ये आग इतनी भयानक थी कि आग के गुब्बारों को दूर-दूर तक साफ देखा जा सकता था। प्रदर्शन को उग्र देखते हुए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी।
पुलिस हिरासत में 150 लोग:-
बैन पर बगावत के सुर तो काफी दिनों से सड़कों पर दिखाई दे रहे थे जिसको लेकर के तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी और उसके ठीक दो दिन बाद अध्यादेश लाकर राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेज दिया गया था। वहीं आज तमिलनाडु सरकार अब विधेयक लाने की तैयारी में है। इन्हीं सबके बीच अपनी धार्मिक भावनाओं को आहत होता देख समर्थकों को काफी उग्र प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने 150 लोगों को और कोयमबटूर के मिनाक्षी हॉल से 100 लोगों को हिरासत में लिया गया। बताया जा रहा है कि इस समय मरीना बीच पर 5 हजार लोग मौजूद है।
19 ट्रेनों पर लगा ब्रेक:-
जल्लीकट्टू बैन पर जंग लगातार जारी है। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर बैन लगाया तो अब राज्य सरकार विधेयक लाने की तैयारी में है। वहीं विरोध प्रदर्शन के उग्र रुप लेते ही आज दक्षिण रेलवे को अपनी 19 ट्रेंने कैंसल करनी पड़ी।
बैन के बावजूद पुटुटकोट्टाई में खेला गया खेल, 2 की मौत:-
बैन के बावजूद तमिलनाडु के कई इलाको में जल्लीकट्टू खेल खेला गया जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई। मरने वालो में एक खेल का आयोजनकर्ता था और दूसरा इसमें भाग लेने वाला था। हादसे के बाद सरकार ने इस खेल को लेकर कुछ गाइडलाइंस भी जारी की है।
-जहां पर खेल हो रहा हो वहां पर सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए।
-सांड को छोड़ने से पहले उसे 20 मिनट का आराम दें और डॉक्टर से जांच कराए।
-सांडों को भगाने के लिए कम से कम 60 स्क्वायर फीट जगह होनी चाहिए।
-खिलाड़ी सिर्फ सांड की कूबड़ ही पकड़ें उसकी पूंछ नहीं।