विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिक्स देशों के समूह से आतंकवाद से निपटने के लिए सहयोग देने का आह्वान किया हैं। जयशंकर ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये आयोजित बैठक में यह बात कही हैं। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भी सम्मेलन में हिस्सा लिया।
संयुक्त राष्ट्र में सुधार पर दिया जोर
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, अपने संबोधन में जयशंकर ने समकालीन वैश्विक वास्तविकताओं और दुनिया के लाखों लोगों की भावनाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र में सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
इसके अलावा विदेश मंत्री जयशंकर ने विश्व व्यापार संगठन, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे अंतरराष्ट्रीय निकायों में सुधार के साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी और अस्थायी दोनों श्रेणियों में विस्तार का भी आह्वान किया।
रूसी विदेश मंत्री ने की अध्यक्षता
ब्रिक्स के सदस्य देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। ब्रिक्स सम्मेलन की अध्यक्षता रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने की। सम्मेलन में ब्राजील के विदेश मंत्री एर्नेस्टो, दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्री ग्रेस नालेदी पैंडोर, चीन के विदेश मंत्री वांग यी और एस जयशंकर ने हिस्सा लिया।
बढ़ती हिंसा पर चिंता व्यक्त की
ब्रिक्स सम्मेलन के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि मंत्रियों ने बढ़ती हिंसा और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में जारी संघर्षों पर चिंता व्यक्त की हैं। जिनका क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर गहरा प्रभाव दिखाई पड़ा हैं।
विवादों के समाधान की हुई बात
बयान के मुताबिक, विवादों को अंतरराष्ट्रीय कानूनी नियमों के तहत राजनयिक जुड़ाव एवं राजनीतिक वार्ता के माध्यम से शांतिपूर्ण और कूटनीतिक तरीके से समाधान किया जाना चाहिए। बता दें कि ब्रिक्स के सदस्य देशों भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख सीमा क्षेत्र में पिछले 4 महीने से तनाव जारी हैं।