चेन्नई। गुरुवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) की ओर से बानाए गए जीसैट-18 का सफलता पूर्वक प्रक्षेपण किया गया। जीसैट-18 48 ट्रांसपोंडर के साथ देश का नवीनतम संचार उपग्रह है, जो संचार संकेतों को प्राप्त और संचरित कर सकता है। इसका वजन 3,404 किलोग्राम है जो कि विस्तृत सी-बैंड और कू-बैंड्स पर सेवाएं देगा।
इस उपग्रह का प्रक्षेपण बुधवार को किया जाना था लेकिन जीसैट-18 को ले जाने वाले यूरोपीय एरियन 5 रॉकेट का प्रक्षेपण खराब मौसम के कारण 24 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया था। इसे फ्रांस की कंपनी ‘एरियनस्पेस’ के एरियन 5 के प्रक्षेपण यान से प्रक्षेपित किया गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) के मुताबिक, कर्नाटक के हासन में इसकी मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी (एमसीएफ) ने जीसैट-18 का दारोमदार संभाला। इस उपग्रह को भूस्थिर कक्षा में स्थापित किया गया है।
इसके साथ ही जीसैट-18 देश का नवीनतम संचार उपग्रह है। इसमें 48 ट्रांसपोंडर्स हैं जो संचार सिग्नलों को भेजते और प्राप्त करते हैं। ‘एरियनस्पेस’ के अध्यक्ष स्टीफन इजरायल ने जारी बयान में कहा, एरियनए5 ने इस साल पांचवी बार बेहतरीन काम किया है और यह लगातार 74वीं सफलता है।