चंडीगढ़। विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में आम आदमी पार्टी द्व्रारा लगातार राज्य सरकार को निशाना बनाया जा रहा है। आप पार्टी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पंजाब में निवेश के जो आंकड़ें पेश किए जा रहे है वो गलत है। सराकर द्वारा गलत आंकड़ें पेश करके लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।
आम आदमी पार्टी के नेता सूबा कन्वीनर गुरप्रीत सिंह वड़ैच ने कहा है कि अकाली-भाजपा सरकार ने 2012 और 2015 के दो असफल प्रोग्रेसिव पंजाब इनवेस्टर सम्मिट को बड़ी प्राप्तियां बता कर मीडिया मुहिम शुरु की है। वड़ैच ने कहा कि उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की तरफ से दावा किया गया है कि उनकी तरफ से 1.87 लाख करोड़ रुपए के 519 एमओयू साईन किए हैं। लेकिन अगर इस बात की जड़ से पड़ताल की जाए तो जमीनी हकीकत कुछ और है।
उन्होंने यह भी कहा कि सभी एमओयू सिर्फ कागजों तक ही सीमित हैं और किसी कंपनी ने कोई बड़ा निवेश नहीं किया है। विश्व बैंक की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि रिपोर्ट में बिजनेस करने के लिए सभी राज्यों की सूची में पूरे मुल्क में पंजाब 16वें नंबर पर है। पंजाब में निवेश करने से उद्योगपति डरे हुए हैं। जो प्रवासी भारतीय एनआरआई सम्मिट में शामिल हुए हैं।