भोपाल। बुधवार को राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन ने राज्य में अत्यधिक वर्षा के कारण फसल क्षति के आकलन के लिए राज्य के दौरे पर आई अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम को बुलाया। राज्यपाल ने टीम को किसानों के प्रति संवेदनशीलता और राज्य में अधिक वर्षा से गरीबों की क्षति के साथ नुकसान का अध्ययन करने के लिए कहा।
क्षति का मूल्यांकन एक उदार और व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में अत्यधिक बारिश के कारण सोयाबीन और अन्य फसलों के नुकसान की खबरें हैं। उन्होंने कहा कि सोयाबीन की फसल का उत्पादन राज्य के एक बड़े क्षेत्र में किया जाता है।
अधिक बारिश से सोयाबीन की फसल को काफी नुकसान हुआ है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था में सोयाबीन का बड़ा योगदान है। फसल की हानि का ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
गवर्नर टंडन ने कहा कि अन्य फसलों जैसे मूंग, उड़द, कपास आदि को नुकसान की भी रिपोर्ट मिली है। उन्होंने केंद्रीय दल से फसल क्षति के कारण प्रभावित लोगों को उचित राहत प्रदान करने की अपेक्षा की। केंद्र सरकार को अधिकतम आपदा राहत प्रदान करनी चाहिए। केंद्रीय टीम को इस दिशा में सकारात्मक पहल करनी चाहिए।
राज्य सरकार ने अधिक वर्षा से होने वाले नुकसान के बारे में राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा। बैठक में प्रमुख सचिव राजस्व मनीष रस्तोगी, राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे और केंद्रीय टीम के सदस्य उपस्थित थे।