नई दिल्ली: भारतीय जनता युवा मोर्चा नेता प्रत्यूषमणि त्रिपाठी की हत्या मामले में कैसरबाग के इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुशवाहा को निलंबित कर दिया गया है। महानगर इंस्पेक्टर पर भी कार्रवाई की जाएगी। कुशवाहा को 25 नवंबर को हुए विवाद में कार्रवाई न करने का दोषी पाए जाने पर निलंबित किया गया है।
कुछ दिनों पहले हुआ था विवाद
दरअसल, 25 नवंबर को प्रत्यूष का मोहल्ले के कुछ लोगों से विवाद हुआ था। एक युवती ने उन पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्रत्यूष का कहना था कि युवती ने फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। स्वीकार न करने पर उसने अपने भाइयों से हमला कराया। पुलिस ने प्रत्यूष की भी प्राथमिकी दर्ज की थी।
मुआवजे की मांंग
परिजनों का आरोप है कि इस मामले में कार्रवाई न करने से बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। उधर, प्रत्यूष के परिवार ने सरकार से एक करोड़ रुपये मुआवजे के साथ ही पत्नी प्रतिमा त्रिपाठी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। बच्चों को 10-10 लाख रुपये देने के साथ ही उन्हें मुफ्त शिक्षा देने की मांग की है। लखनऊ में घर देने के अलावा परिवार को आजीवन सुरक्षा दी जाए।
भाजयुमो नेता प्रत्यूषमणि त्रिपाठी का शव लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर से पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उनकी सोमवार देर रात हत्या कर दी गई थी। शहर के महानगर इलाके में हुई इस वारदात से उनके समर्थक भड़क उठे और ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर हंगामा किया। ट्रॉमा सेंटर में कई भाजपा नेता व उनके समर्थक मौजूद हैं। किसी भी मुश्किल से बचने के लिए कई थानों की पुलिस तैनात की गई है।