मुंबई। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को भारत में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को मजबूत करने पर बल दिया, ताकि समाज में हर व्यक्ति पेंशन की सुविधा पा सके व उसका बीमा हो। जेटली ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हम अभी तक लोगों के लिए पर्याप्त सामाजिक सुरक्षा की महत्ता को पूरी तरह महसूस नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि एक पेंशनयुक्त समाज के निर्माण के लिए बजट प्रस्ताव को कर्मचारी संगठनों के विरोध के बाद वापस ले लिया गया। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की हीरक जयंती के मौके पर मंत्री ने कहा, “सामाजिक सुरक्षा के महत्व को पूरी तरह नहीं महसूस किया गया। ..यह विरोध जल्द ही दूर हो जाएगा।”
जेटली ने कहा, “जब हम विकासशील समाज से विकसित समाज के रूप में उभरते हैं, तो देश के सामने मुख्य चुनौती होती है कि व्यक्तिगत संकट की परिस्थिति में वह अपने नागरिक की देखभाल किस प्रकार करता है।” इस दौरान उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि कम कीमत वाली जीवन बीमा पॉलिसी, कम प्रीमियम वाली दुर्घटना बीमा पॉलिसी, किसानों के लिए फसल बीमा योजना, गरीबों व वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना सामाजिक सुरक्षा के महत्वपूर्ण औजार हैं।
प्रतियोगिता के इस दौर में बीमा क्षेत्र में अपना नेतृत्व बनाए रखने के लिए उन्होंने एलआईसी की प्रशंसा करते हुए कहा कि सबसे अलग सेवा तथा समाज के कोने-कोने तक पहुंच के बदौलत यह सामाजिक सुरक्षा को विस्तार देता है। जेटली ने कहा, “जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था का आकार बढ़ेगा बीमा सेवा को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने और इसके अधिकाधिक विस्तार की जरूरत महसूस होगी।” हीरक जयंती के मौके पर एलआईसी ने सभी योग्य जीवन बीमा पॉलिसी पर विशेष हीरक जयंती बोनस की घोषणा की है, साथ ही नई ‘एलआईसी डायमंड बीमा पॉलिसी’ लॉन्च की है।