नई दिल्ली। भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान ने मौत की सजा सुनाई है। जिस पर भारत ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया है। इसके साथ ही भारत ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि अगर ऐसा हुआ तो वो इसे सुनियोजित हत्या मानेगा।
भारत का कहना है कि जिस कार्यवाही के आधार पर जाधव को ये सजा सुनाई गई वो हास्यादपद है क्योंकि उनके खिलाफ कोई सबूत पाक के पास है ही नहीं। पिछले साल उन्हें ईरान से गिरफ्तार किया गया था और पाक ने उनके होने के बारे में कभी भी कोई ठोस जानकारी नहीं दी।
भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर ने बासित से कहा कि उन्हें ये सजा कानूनी न्याय प्रक्रिया को नजरअंदाज करके सुनाई गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार भारतीय उच्चायुक्त ने जाधव से मिलने के लिए 13 बार प्रयास किया गया लेकिन उनसे मिलने नहीं दिया। साथ ही जाधव पर चल रहे मुकदमें के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी गई।
वहीं इस पूरे मामले को लेकर साल 2013 में अपने भाई सरबजीत को खो चुकी बहन दलबीर ने सरकार से जाधव के लिए गुहार लगाई है। दलबीर ने सरकार से ना केवल हर संभव प्रयास किए जाने का आग्रह किया बल्कि कहा कि जाधव के परिवार का दर्द मैं समझ सकती हूं।
पाकिस्तान ने किया जासूसी का दावा:-
पाकिस्तान का दावा है कि कुलभूषण पाकिस्तान में रॉ की तरफ से जासूसी करता था और कई आतंकी गतिविधियों में भी संलिप्त था। आपको बता दें कि इससे पहले लगातार पाकिस्तान कहता रहता था कि उसके पास कुलभूषण को दोषी करार देने के लिए उनके पास कोई सुबूत नहीं थे। उल्लेखनीय है कि फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल द्वारा दी गई फांसी की सजा पर पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा ने अपनी मुहर लगा दी है। आईएसपीआर के मुताबिक, जाधव को गत साल 3 मार्च को बलूचिस्तान के मश्केल इलाके से गिरफ्तार किया गया था औ उनके उपर पाकिस्तान में जासूसी करने और सिंध व बलूचिस्तान में अशांति फैलाने का आरोप है जो साबित हो गया है।
जानें कौन है कुलभूषण जाधव?
-कुलभूषण जाधव मुंबई के रहने वाले है।
-उनके पिता सुधीर जाधव और चाच सुभाष जाधव मुंबई पुलिस में काम करते थे।
-कुलभूषण के एक रिटायर्ड भारतीय नौसेना अधिकारी है।
-मार्च 2016 में पाकिस्तान ने रॉ एजेंट होने के इल्जाम में गिरफ्तार कर लिया था।
-पाक का कहना है कि जाधव ईरान में रहते थे और वहां से बलूचिस्तान का दौरा करते थे।
-वहीं भारत सरकार का कहना है कि जाधव को ईरान से पकड़ा गया है।
-वो कारोबार के सिलसिले में ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान जाया करते थे।