उत्तराखंडः 08 अक्टूबर 2018 को भारतीय वायु सेना अपनी 86वीं वर्ष गांठ मना रही है। आधिकारिक तौर पर 08 अक्टूबर 1932 को मुट्टी भर अफसरों और हवाई सिपाहियों एवं विषय सूची में 04 वेस्ट लैंड वापिती वायु यान वाली भारतीय वायु सेना आज अपनी क्षमता को बढ़ाते हुए पूरे विष्व में चौथे स्थान पर जानी जाती है। सालों-साल भारतीय वायु सेना ने अपनी हिम्मत एवं बहादूरी से राष्ट्र की प्रभुसत्ता और इसके लोगों की शत्रुओं से रक्षा की है।
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नीली वर्दीधारियों ने संकट के समय में विभिन्न प्रकार की प्रकृतिक आपदाओं से लोगों को निकाला और उनके जीवन की रक्षा की। भारतीय वायु सेना का ध्वज अपने बहादुर पुरूषों एवं महिलाओं के कारण हमेशा ऊंचा रहा है। जिन्होंने ‘स्वयं से पहले सेवा’ के ध्येय वाक्य को सर्वोपरि स्थान दिया।और पूर्ण व्यवसिकता और निष्ठा के साथ सौंपे गए कार्यों को निष्पादित किया।
वायु सेना के संदर्भ में विषेश स्थान रखता है देहरादून-
देहरादून का इतिहास सशस्त्र सेनाओं के विषय में विषेशतः भारतीय वायु सेना के संदर्भ में विषेश स्थान रखता है। 1 वायु सेना प्रवरण बोर्ड बहुत ही सावधानी पूर्वक उन अभ्यर्थियों का चयन करता है, जो सशस्त्र सेनाओं की परंपराओं को आगे ले जाए। यह चयन बोर्ड अपनी तरह का प्रथम बोर्ड है जो कि आरंभिक दिनों में स्वतंत्रता से पूर्व प्रयोगात्मक बोर्ड के रूप में वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून में स्थापित किया गया था।
सेलेक्शन बोर्ड वर्तमान स्थान क्लेमेन्ट टाऊन में अक्टूबर 1948 से स्थित है
बता दें कि यह सेलेक्शन बोर्ड वर्तमान स्थान क्लेमेन्ट टाऊन में अक्टूबर 1948 से स्थित है। भारतीय वायु सेना दिवस सभी वायु योद्धाओं और देहरादून में तथा इसके आसपास के सेवानिवृत्त सैनिकों के लिए एकत्रित होकर अपनी समृतियों को बड़े ही गर्व और सम्मान के साथ मनाने का दिन है। वायु सेना दिवस पर विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। उन सभी लोगों को याद किया जाता है और उनका गुणगान किया जाता है,जिन्होंने देश के लिए और भारतीय वायु सेना को वर्तमान स्थिति तक पहुंचाने में अपने प्राणों की आहुती दे दी।
गौरतलब है कि उत्तराखण्ड के नौजवानों में जागरूकता एवं अभिरूची जागृत करने के लिए भारतीय वायु सेना की आई पी ई वी. इंडक्शन (प्रेरण) प्रचार प्रदर्शनी वाहनवद्ध देहरादून, ऋशिकेष, हरिद्वार, श्रीनगर और उत्तराखण्ड के विभिन्न भागों में प्रचार हेतु भ्रमण करेगी। अपने प्रकार की अलग तरह की यह मोबाइल वाहन आज के युवाओं को भारतीय वायु सेना में विभिन्न अफसरों से अवगत करवाएगी। उनकों मोबाइल वाहन में लगाए गए सिम्यूलेटर के द्वारा उड़ान के रोमांच को महसूस कराएगी जिससे उनमें भारतीय वायु सेना के प्रति उत्साह जागे।