नई दिल्ली। कश्मीर घाटी में भारत और पाकिस्तान की सीमा पर लगातार स्थितियां तनाव पूर्ण होती जा रही हैं। पाकिस्तान की ओर से लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा रहा है। सीमापार से लगातार गोलीबारी और मोटार्स से बम गिराए जा रहे हैं। पाकिस्तानी सेना की ओर से बार-बार होने वाले इस संघर्ष विराम उल्लंघन के चलते आए दिन स्थानीय नागरिकों को इसका शिकार होना पड़ रहा है। स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा और बचाव के साथ पाकिस्तान की इस कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सीमावर्ती इलाकों में बंकरों के निर्माण का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है।
घाटी के नौशहरा इलाके के सीमावर्ती क्षेत्रों में पहले चरण में 100 बंकरों का निर्माण किया जा रहा है। नौशहरा जिले के आयुक्त डॉ शाहिद इरबाल चौधरी ने सीमावर्ती इलाकों में तैयार किए जा रहे बंकरों के काम का निरीक्षण कर इसे जल्द से जल्द पूरा करने के आवश्यक आदेश दिए हैं। सरकार इन बंकरों का निर्माण कर पहले चरण में पूरा कर आगे मंजाकोट सेक्टर और दूसरे सीमावर्ती इलाकों में भी इसे करने की कोशिश में है। यहां पर तैयार हो रहे इन बंकरों में 1500 लोग अपनी जान बचा सकते हैं।
इसके अलावा सीमावर्ती इलाकों में 6121 व्यक्तिगत बंकरों के निर्माण का भी एक प्रोजेक्ट सरकार के पास मंजूरी के लिए स्थानीय प्रशासन की ओर से भेजा गया है। जल्द ही इसकी भी मंजूरी सरकार दे सकती है। इसके बाद इन व्यक्तिगत बंकरों के निर्माण का काम भी तेजी से शुरू हो सकता है। देखा जाए तो सीमापार से होने वाली गोलीबारी के चलते जिन लोगों के घर बर्बाद हो गए हैं। वे इस वक्त राहत शिविरों में रह रहे हैं। अगर बंकरों का निर्माण हो जाएगा तो उन्होने अपना इलाका छोड़ कर नहीं जाना होगा। मौजूदा समय में तकरीबन 4000 लोग राहत शिविरों में पड़े हैं। जहां पर इनके रहने खाने का प्रबंध के साथ स्वास्थ्य सुविधाएं और बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था आदि का प्रबंध किया जा रहा है।