देहरादून। परेड ग्राउड में भारत सरकार द्वारा पवेलियन थीम पर आयोजित नेशनल हैंडलूम एक्सपो में दिन-प्रतिदिन देहरादून वासियों का अच्छा रूझान देखने को मिल रहा है। इसमें 14 राज्यों से हथकरघा बुनकरों द्वारा बनाये गये उत्पाद रखे गयेे हैं। उत्तराखण्ड एवं देहरादून वासियों को सस्ती व अच्छी उत्पाद सामग्री उपलब्ध करने के मकसद से आयोजित प्रदर्शनी 13 जनवरी तक चलेगी।
इस दौरान शनिवार को पवेलियन थीम के इन्चार्ज एसपी खण्डूरी ने बताया कि इस प्रदर्शनी का उद्देशय बुनकर द्वारा की गई मेहनत को दर्शाया है कि कैसे कड़ी मेहनत कर एक बुनकर उत्पाद तैयार करता है। वहीें प्रदर्शनी में बुनाई वाला चरखा भी रखा गया है जिसके द्वारा खादी तैयार किया जाता हैं। साथ ही प्राकृतिक रंगों से किस तरह कपड़ों पर रंगाई की जाती है यह भी प्रदर्शनी के माध्यम से लोंगो को देखने का मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि भारत के हर राज्य में इसका सेन्टर खोला गया है। सबसे खाफ बात ये है कि ग्रामीण इलाकों में सबसे ज्यादा सेंटर खोले गये हैं जिससे गांव वासियों को रोजगार मिल सके। वहीं उत्तराखण्ड में इसका सेन्टर चमोली में खोला गया है। उनका बताया कि अभी तक लगभग आठ हजार लोगों ने पवेलियन थीम में लगे प्रदर्शनी को देखा और खरीददारी की है।
वहीं चमोली सेन्टर से आए जूनियर असिस्टेंट राज सिंह ने बताया कि इन उत्पादों को रंगाई व छपाई के लिए तथा उत्पाद को कैसे तैयार किया जाता है इसके लिए भारत सरकार ने तीन वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी शुरू किया हुआ है। इसमें बताया जाता है कि किस तरह से प्राकृतिक सौन्दर्य इन उत्पादों में चित्रकारी व बुनाई की जाती है और फिर उसे ग्राहकों के सामने पेश किया जाता है। इस दौरान इन्चार्ज एसपी खण्डूरी, बुनाई विभाग के सुप्रभात तिवारी, डिजाईनिंग विभाग के मान सिंह व चमोली सेन्टर के जूनियर असिस्टेन्ट राज सिंह मौजूद रहे।