शिमला। विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश कांग्रेस समिति की पहली बैठक जो 22 नवम्बर को बुलाई गई थी, उसे शनिवार को टाल दिया गया। शनिवार को कांग्रेस की तरफ एक संक्षिप्त बयान आया कि 22 नवंबर को मतदान के बाद शिमला में होने वाली प्रदेश कांग्रेस की पहली बैठक को अनिवार्य परिस्थितियों में स्थगित किया जा रहा है और अब यह आगामी 28 नवंबर को शिमला में आयोजित की जाएगी।
बता दें कि पार्टी के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू करेंगे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष व ब्लाॅक अध्यक्ष इस बैठक में हिस्सा लेंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि चुनावों के दौरान अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ विरोधी कार्य करने वाले व भितरघात में लगे रहे नेताओं की शिकायतें लगातार आ रही है। इसी के चलते यह बड़ी बैठक बुलाई गई है। विधानसभा चुनावों के दौरान कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सिरमौर और सोलन से पार्टी को ऐसी कई शिकायतें मिलने की सूचना है।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। इसमें चुनाव की समीक्षा सहित संगठन के अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। विस चुनाव में आधा दर्जन से अधिक सीटों पर कांग्रेस के बागी नेताओं ने चुनाव लड़ा है। इन सीटों पर पार्टी को नुकसान झेलना पड़ सकता है।
वहीं मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी कह चुके हैं कि कुछ सीटों पर कांग्रेस ने कमजोर प्रत्याशी उतारे हैं। इस वजह से ऐसी सीटों पर कांग्रेस की जीत की उम्मीद नहीं की जा सकती है। मतदान के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने विभिन्न विधानसभा हल्कों से भीतरघात करने वाले नेताओं पर कड़ी कार्रवाई की है और 50 से अधिक नेता पार्टी से निष्कासित कर दिए हैं। पीसीसी अध्यक्ष सुक्खू के मुताबिक पार्टी में भितरघाती बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, चाहे उनका कद कितना भी बड़ा क्यों न हो। समझा जाता है कि भीतरघात करने वाले बड़े नेताओं के खिलाफ इस बैठक में कड़े फैसले लिए जा सकते हैं।