मेरठ। उत्तर भारत की प्रमुख कांवड़ यात्रा पर लखनऊ में बैठे पुलिस प्रशासन की भी निगाह लगी हुई है। कांवड़ यात्रा पर आतंकी खतरे को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। हेलीकॉप्टर से कांवड़ यात्रा पर निगाह रखी जाएगी। कांवड़ यात्रा की व्यवस्था बनाने के लिए शनिवार को डीजीपी सुलखान सिंह और प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार मेरठ आ रहे हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा की जिम्मेदारी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आदित्य मिश्रा को सौंपते हुए उन्हें कांवड़ यात्रा का नोडल अफसर नियुक्त किया है। इस बार कांवड़ यात्रा पर सुरक्षा को लेकर व्यापक स्तर पर इंतजाम किए जा रहे हैं। सीएम के आदेश पर कांवड़ मार्ग पर निगेहबानी के लिए चार हेलीकॉप्टर को लगाया जा रहा है, जो कांवड़ मार्ग पर होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। साथ ही केंद्र सरकार को 30 कंपनी सीएपीएफ की डिमांड भेजी गई है। इसके साथ 51 कंपनी पीएसी और 17 कंपनी बाढ़ राहत टीम की भी लगाई जाएंगी।
इस दौरान, मेरठ, मथुरा, गोरखपुर और वाराणसी में सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किए जाएंगे। मेरठ-हरिद्वार हाईवे वाहनों के लिए बंद करते हुए घाटों से लेकर शिव मन्दिरों तक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। कांवड़ यात्रा को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और डीजीपी सुलखान सिंह एक जुलाई को मेरठ में मेरठ और सहारनपुर मंडल के पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कांवड़ यात्रा के इंतजाम की समीक्षा करेंगे।