हिमाचल प्रदेश में तीन दिन से भारी बारिश ने कहर बरपाया है। इससे पिछले 48 घंटे में लैंडस्लाइड, बादल फटने और बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 55 लोगों की जान चली गई।
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जबकि करीब डेढ़ दर्जन लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है, क्योंकि बीती रात भी प्रदेश के अधिकांश भागों में जोरदार बरसात हुई है। शिव बावड़ी मंदिर में चल रहे रेस्क्यू में एक और शव बरामद हो गया है, जबकि एक अन्य व्यक्ति के शरीर के कुछ पार्ट्स क्षत-विक्षत हालत में मिले है। इससे शव की अभी पहचान नहीं हो पाई। कुल मिलाकर मंदिर में दबे 13 शव मिल गए है। मौके पर रेस्क्यू चल हुआ है।
आपको बता दें कि शिमला का शिव बावड़ी मंदिर पिछले कल उस वक्त भूस्खलन की चपेट में आया, जब मंदिर में सावन के आखिरी सोमवार पर 20 से 25 लोग आरती कर रहे थे। मंदिर पर एडवांस स्टडी रेलवे ट्रैक की पहाड़ी का सारा मलबा और देवदार के बड़े-बड़े पेड़ आए। इससे मंदिर तहस-नहस हो गया। इसके बाद से रेस्क्यू चला हुआ है।
हालांकि रात में रेस्क्यू को भारी बारिश के कारण रोकना पड़ा था। मगर सुबह छह बजे रेस्क्यू फिर शुरू किया गया। अभी भी 10 से 12 लोगों के और भी दबे होने की आशंका है। शिव बावड़ी मंदिर से जिन लोगों के शव निकाले गए हैं। आज उनका IGMC शिमला में पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। इसके बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।
वहीं सोलन जिले के ममलीग में भी पिछले कल एक ही परिवार से सात लोगों की लैंडस्लाइड की चपेट में आने से मौत हो गई थी। आज इनका पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।
CM सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में स्थिति अच्छी नहीं है। सरकार की प्राथमिकता राहत एवं बचाव कार्य की है। जो लोग बच सकते हैं। उन्होंने बताया कि 55 के करीब लोगों की जान चली गई है।