नई दिल्ली: अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरने वाला बयान दिया है. राम मंदिर को लेकर हिंदुओं के सब्र टूटने की बात कह चुके गिरिराज ने कहा है कि मंदिर किसी सरकार के भरोसे नहीं बल्कि 100 करोड़ हिंदुओं के पुरुषार्थ से बनेगा.
हिंदुओं का सब्र टूट रहा है
29 अक्टूबर सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या जमीन विवाद पर सुनवाई वाले दिन गिरिराज सिंह ने कहा था कि अब हिंदुओं का सब्र टूट रहा है. गिरिराज सिंह ने फारुक अब्दुल्ला पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कहते है कि कहीं और बना लो, उनसे पूछा जाए कि क्या मक्का के अलावा हज कहीं और करने जा सकते है.
फारुख अब्दु्ल्ला ने दिया यह बयान
दरअसल फारुख अब्दु्ल्ला ने कहा था कि राम पूरे विश्व के हैं तो मंदिर अयोध्या में ही क्यों? इससे पहले गिरिराज सिंह ने कहा था कि मंदिर अयोध्या में नहीं तो क्यामक्का-मदीना में बनेगा. गिरिराज सिंह ने जनसंख्या नियंत्रण कानून की भी सिफारिश की. उन्होंने कहा कि देश में जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून होना चाहिए. जिसे ना मानने वाले के खिलाफ खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सके. इसका उल्लंघन करने वाले के वोटिंग के अधिकार को भी छीन लेना चाहिए.
वीएचपी ने बुलाई धर्मसभा
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्यक की परिभाषा पर भी विचार करना चाहिए, जहां 90 प्रतिशत है वहां भी अल्पसंख्यक जहां 5 प्रतिशत है. आपको बता दें कि आज विश्व हिंदू परिषद ने दिल्ली के रामलीला मैदान में विराट धर्मसभा का आयोजन किया गया हैं। इस धर्मसभा के माध्यम से वीएचपी राम मंदिर निमार्ण का जिक्र करेगी।