बर्लिन। जर्मनी के रहने वाले विश्व के जाने-माने वैज्ञानिक अलबर्ट आइंस्टीन द्वारा लिखी गई एक चिट्टी की नीलामी की जएगी, जिसकी शुरुआती बोली 10 हजार डॉलर रखी गई है। इस पत्र में एक धनी व्यवसायी से जर्मनी में हिटलर के शासन में भागे यहूदी बुद्धिजीवियों की मदद के लिए अपनी धनराशि दान करने के लिए कहा गया था। बता दें कि जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर यहुदियों के कट्टर दुश्मन थे। उन्होंने अपने शासन काल में कई सौ यहुदियों को मौत के घाट उतरवा दिया था। इसी के साथ हिटलर के यहूदी विरोधी नियमों के चलते हजारों की संख्य में यहुदियों को अपनी नौकरियां छोड़नी पड़ी थी और अपने देश से बाहर निकल जाने पर मजबूर होना पड़ा था।
इसी को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इन शिक्षित प्रवासियों को अपने देशों में नागरिक सेवा, विश्वविद्यालय और कानूनी पदों तथा वैज्ञानिक अनुसंधान क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया था। कई संगठन इन मुल्यवान नए नागरिकों के आगमन पर उनकी मदद के लिए आगे आए थे। इन्ही में से एक संगठन से मशहूर और यहूदी वैज्ञानिक आइंस्टीन जुड़े हुए थे। आरआर ऑक्शन के मुताबिक आइंस्टीन ने तीन अप्रैल 1951 को कपड़ा निर्माता कंपनी हार्ट, शैफ़ेनर एंड मार्क्स धनी निदेशक जोसेफ हाल्ले शैफ़ेनर को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने हिटलर के शासन के कारण जर्मनी से भाग यहूदी बुद्धिजीवियों की मदद के लिए अपनी धनराशी दान करने के लिए कहा था। आइंस्टाइन के उसी पत्र को अब नीलाम किया जा रहा है।