जैसलमेर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और गुजरात कांग्रेस के प्रभारी अशोक गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि मोदी सरकार देश के सारे सरकारी दफ्तरों में आरएसएस से जुड़े लोगों की भर्ती कर रही है। उन्होने कहा कि पूरे देश में सरकार दोहरी चाल चल रही है और हिंदुत्व को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार के सारे मंत्रालयों ने ब्यूरोकेट्स के साथ-साथ एक आदमी आरएसएस का बैठा दिया गया है। जैसलमेर दौरे पर पहुंचे गहलोत ने कहा कि आरएसएस सरकार के काम में दखल दे रहा है और पूरी सरकार को चला रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार के ये कारनामे डेमोक्रेसी के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। उन्होंने सीमाओं पर पाकिस्तानी फायरिंग में शहीद हुए सैनिकों, जवानों, अधिकारियों के प्रति दुख व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को इसे रोकने के लिए जो भी कदम उठाने चाहिए, उन्हें उठाया जाना चाहिए। हालांकि ऐसा नहीं हो रहा है, मोदी सरकार सिर्फ एक सर्जिकल स्ट्राइक का ढोल पीटकर चुप बैठ गई है। उन्होंने कहा कि देश में हिंदुत्व को बढ़ावा देने के साथ-साथ परोक्ष रूप से सरकारी कार्यलयों में आरएसएस के लोगों को भर्ती किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता जल्द ही मोदी सरकार का सफाया कर देगी।
सीमाओं पर चल रहे तनाव के बीच लगातार शहीद हो रहे जवानों को लेकर गहलोत ने कहा कि सरकार अपनी जिम्मेदारी में विफल साबित हो रही है। सिर्फ एक सर्जिकल स्ट्राइक करके सरकार इसका ढिंढोरा पीट रही है और कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। गहलोत ने कहा कि देश के जवानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है, जो सैनिक विपरित परिस्थितियों में अपने परिवारों से दूर रहकर देश की सेवा कर रहे हैं उनके प्रति सरकार की गंभीरता में कमी दिखाई दे रही है। जम्मू-कश्मीर में भारत पाकिस्तान की सीमा पर पाकिस्तानी फायरिंग में हमारे जवान अधिकारी शहीद हो रहे हैं।