मंगलवार को पीएम मोदी अपने इजरायल दौरे पर जा रहे हैं। वही इजरालय से बारे में बात की जाए तो इजरायल का अपना एक अलग ही इतिहास है। लेकिन भारत के लिए इजरायल को लेकर सबसे बड़ा मुद्दा फिलिस्तीन है। फिलीस्तीन और इजरायल दोनों ही देशों की आपस में कट्टर दुश्मनी है। दोनों देशों के बीच गाजा पट्टी को लेकर पिछले लंबे वक्त से विवाद चला आ रहा है। दोनों देशों के विवाद के चलते भारत ने फिलिस्तीन के कुछ वक्त के लिए सभी संबंधों को दबा दिया था। आपको बता दें कि गाजा पट्टी एक छोटा सा फिलिस्तीनी इलाका है। यह मिस्र और इसरायल के बीच भूमध्यसागरीट तय पर स्थित है।
इस क्षेत्र पर हंमास द्वारा शासन किया जाता है। यह क्षेत्र अरबी और बहुसंख्य मुस्लिमों का इलाका है। वही हंमास इजरायल विरोधी आतंकवाद समूह है। वही 1947 के बाद यूएन ने फिलिस्तीन को एय अरब राज्य और एक यहूदी में बांट दिया था। इसके बाद से ही इजरायल और फिलिस्तीन के बीच तीखी जंग जारी है। वही भारत के दोनों ही देशों के बीच संबंध बुरे नहीं है।
वही साल 2007 जून के महीने में एक बार फिर से हंमास ने गाजा पट्टी पर कब्जा कर लिया था। जिसके बाद फतह की अगुवाई वाली आपातकालीन बैठक में पश्चिम बैंक पर कब्जा कर लिया गया था। जिसके बाद फिलिस्तीन अथॉरिटी अध्यक्ष ने ऐलान किया था कि गाजा हमास के नियंत्रण में रहेगा। जिसके बाद साल 2007 का अंत होते होते इजरायल ने गाजा पट्टी को दुश्मनी क्षेत्र होने का ऐलान कर दिया था। ऐसे में साल 2008 में हमलों के बाद इसके प्रति प्रतिबंधों को और भी ज्यादा बढ़ा दिया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे जो इजरायल के दौरे पर जा रहे हैं। बता दें कि साल 1950 में भारत ने इजरायल को मान्यता दी थी। लेकिन कूटनीतिक रिश्तों की औपचारिक शुरूआत पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरविंस राव ने साल 1992 में की थी। पीएम मोदी से पहले साल 2003 में विदेश मंत्री रहे जसवंत सिंह और साल 2015 में बतौर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इजरायल का दौरा किया था, अब पीएम मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं जोकि पहली बार इजरायल की धरती पर कदम रखेंगे। प्रधानमंत्री मोदी का इजरायल दौरा कई मायनों में अहम माना जा रहा है। इजरायल में पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए काफी सारी तैयारियां भी की गई है। वहां के लोग भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक झलक पाने के लिए उत्सुक हैं।
पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए खुद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू एयरपोर्ट पर मौजूद होंगे। पीएम मोदी के इजरायल दौरे में सुरक्षा के लिहाज से बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी सरकार के 11 मंत्रालयों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है। वही नेतन्याहू ने अपनी कैबिनेट की बैठक में पीएम मोदी को अपना दोस्त कहते हुए उनके इजरायल दौरे का ऐलान किया है। दूसरी तरफ पीएम मोदी ने जब इजरायल दौरे को स्वीकार किया था तब वहां की मीडिया ने पीएम मोदी की तारीफ भी की थी। वहां की मीडिया ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि ‘जागो दुनिया का सबसे अहम पीएम आ रहा है’
जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भी नरेंद्र मोदी इजरायल जा चुके हैं। वह साल 2006 में बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर इजरायल में गए थे। अब बतौर प्रधानमंत्री वह इजरायल के दौरे पर जा रहें हैं। भारत और इजरायल के संबंध अब पीएम मोदी के इस दौरे पर बाद और भी ज्यादा बेहतर होने वाले हैं। वही भारत ने इजरायल से अपने रिश्ते फिलीस्तीन को देखकर बनाए थे। क्योंकि इजरायल और फिलीस्तीन एक दूसरे के कट्टर दुश्मन हैं। लेकिन भारत फिलीस्तीन का समर्थन भी करता है। इसलिए भारत दोनों देशों के बीच अपने संबंधों को बेहतर बनाना चाहता है।