नई दिल्ली। नोटबंदी पर मचे हाहाकार को लेकर विपक्ष लागातार केंद्र सरकार पर हमला बोलता रहा है लेकिन सरकार अपने इस फैसले को 50 दिन पूरे होने के बाद सही ठहरा रही है फिर चाहे नियमों में बार-बार बदलाव का होना हो या फिर यू-टर्न लेना हो। इन्हीं सब मुद्दों पर बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल इंडिया टुडे को दिए गए साक्षात्कार में कई अहम पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया।
नियमों में बदलाव रणनीति:-
इंडिया टुडे को दिए गए इंटरव्यू में बात चीत करते हुए कहा हमें नीति और रणनीति में फर्क करना आना चाहिए। नोट बैन का फैसला हमारी नीति है और नियमों में बदलाव इसका अहम हिस्सा है। इसी वजह से हम कालेधन के कुबेरों से आगे निकल सकेंगे। इस तू डाल-डाल मैं पात-पात कह सकते हैं। नोटबंदी का फैसला अर्थव्यवस्था में आने वाले सकारात्मक बदलाव के लिए लिया गया है।
नोटबंदी से निजी फायदा नहीं:-
उन्होंने आगे कहा कि अगर आपकी नियत साबित है तो सफलता जरुर मिलेगी। मेरे आलोचल मेरे खिलाफ कुछ भी कर लें सच तो ये है कि इन सब चीजों से मेरा कोई निजी फायदा नहीं है। ये फैसला बहुत बड़ा है यहां तक की अर्थशास्त्री भी असमंजस में पड़ गए है। लेकिन तकलीफ झेलने के बाद भी सवा करोड़ जनता ने इसे स्वीकार किया है।
कांग्रेस पर किया वार:-
इस इंटरव्यू में विपक्ष यानि कि कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, मुझे हमारे विरोधियों खासकर कांग्रेस पर तरस आता है। वो कहते है मैंने ये फैसला राजनतिक फायदे के लिए लिया है तो दूसरी तरफ कहते है इससे लोग काफी तकलीफ उठानी पड़ी है। आखिर दोनों बातें एक साथ कैसे हो सकती है?
मनमोहन के समय में बड़ा तबका गरीबी में जिया:-
इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि ये दिलचस्प है कि मॉन्यूमेंटर मिस मैनेजमेंट जैसे शब्द मनमोहन जैसे नेता की जुबान से निकले हैं। जो इस देश के 45 साल के आर्थिक सफर में शामिल रहे है। वही डीईए सचिव मुख्य आर्थिक सलाहकार से लेकर आरबीआई गवर्नर , योजना आयोग के उपाध्यक्ष, वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री रह चुके है लेकिन उनके समय में एक बड़ा तबका गरीबी में जीता रहा।