- पब्लिक फाइनेंसियल मैनेजमेंट सिस्टम.
- 55लाख मीट्रिक टन गेहू खरीदने का उद्देश्य.
- 50,775 खरीद केंद्रों के माध्यम से सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य 1925 रुपए प्रति कुंतल पर गेहूं खरीद.
- 6लाख.66 हजार किसानों का ऑनलाइन पंजिकरण हो चुका है.
प्रवर शर्मा , लखनऊ, उत्तर प्रदेश। भारत खबर डॉट कॉम की रिपोर्ट,।
जहां एक तरफ कोरोना ने लोगों की जिंदगी मुश्किल कर दी है तो वहीं दूसरी तरफ यू.पी के किसानों के लिए लॉकडाउन काफी राहत भरा रहा है।क्योंकि उत्तर प्रदेश में देश के अन्य राज्यों के किसानों के मुकाबले सबसे ज्यादा गेंहू उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के द्वारा खरीद की जा रही हैं।जो कि अपने आप में राहत देने वाली बड़ी खबर है। मार्च 2020 में कोरोना के शुरू होते ही योगी सरकार ने खेतों में खड़े गेंहू को खरीदने के लिए पूरे इंतजाम कर लिए थे। ताकि राज्य के साथ-साथ देश में अन्न की कोई कमी न आये।
आपको बता दें, प्रदेश सरकार 15 अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद कर रही है।इसके लिए योगी सरकार की तरफ से ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किए हुए हैं। ताकि कोई किसान रह न जाए।उत्तर प्रदेश में 50,775 खरीद केंद्रों के माध्यम से सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य 1925 रुपए प्रति कुंतल पर गेहूं खरीद रही है।यूपी में अब तक लगभग 4लाख किसानों से गेहूं खरीदे जा चुके हैं। और 6लाख.66 हजार किसानों का ऑनलाइन पंजिकरण हो चुका है।जो अभी चालू हैं कोई भी किसान जो अपना गेहू क्रय करने चाहे व ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन करवा कर ऑनलाइन टोकन प्राप्त कर गेहू सरकार को बेच सकता हैं।
उत्तर प्रदेश के फ़ूड कमिश्नर श्री मनीष चौहान से बताया :-हालाकि कोरोना के चलते गेंहू खरीदनें में थोड़ी परेशानी जरूर हो रही है। लेकिन फिर भी योगी सरकार ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए किसानों को राहत दी है।आपको बता दें पिछले साल 1 अप्रैल से गेंहू खरीद शुरू हुई थी परंतु इस बार कोरोना के चलते 15 अप्रैल से गेंहूं की खरीद शुरू की गई। योगी सरकार का उद्देश्य 55लाख मीट्रिक टन गेहू खरीदने का है । जिसमें से अब तक 22 लाख मीट्रिक टन गेहू खरीदे जा चुका हैं। इन बुरे हालातों में भी पिछले साल के मुकाबले अधिक खरीद हुई हैं।
उत्तर प्रदेश के एग्रीकल्चर प्रोडक्शन कंट्रोलर श्री अलोक सिन्हा ,वरिष्ठ आई. ए. एस :-बता रहे है की , किसानों का डेटा एकत्र कर “पब्लिक फाइनेंसियल मैनेजमेंट सिस्टम” के द्वारा पैसा किसान के खाते में डायरेक्ट जाता हैं। जिसके कारण दलालों पर लगाम लगी हुई है। कोरोना को देखते हुए ऑनलाइन टोकन जनरेट किये गए।
किसानों के गेंहू से जुड़ी हुई जानकारी देते हुए कहा कि, पिछली बार 2019 में 1840₹ का भाव मिला था किसानों को इस बार 1925₹ का भाव मिल रहा हैं। और ये सब योगी सरकार की तरफ से सही समय पर सही कदम उठाये जाने की कारण ही संभव हो पाया है।इस बार किसानों को बहुत फायदा हुआ है। जिसकी वजह से उनके इरादे कोरोना दौर में और भी ज्यादा पक्के हो चुके हैं। क्योंकि यूपी के किसानों के साथ हर वक्त योगी सरकार खड़ी है।
उत्तर प्रदेश के बड़े किसान नेता व पीलीभीत से पूर्व विधायक ,वी.एम. सिंह से बात करने पर किसानो का दर्द कुछ इस तरह सामने आया ,उन्होंने बताया की उत्तरप्रदेश ३५० लाख मीट्रिक टन गेहू का उत्पादन होता हैं उसमे से यदि फिर भी २२ लाख मीट्रिक टन गेहू खरीद कर के विभाग खुश हैं तो वो बधाई के पात्र। हैं