जिन टिड्डियों से पूरा भारत परेशान है उन्हीं टिड्डियों से पाकिस्तान पैसे कमा रहा है। जी हां किसानों की फसलों को तबाह करती टिड्डियों को पाकिस्तान ने तोड़ निकाल लिया है।
पाकिस्तानी किसान अब इन टिड्डों को पकड़ रहे हैं और फिर जानवरों को खिलाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। जानवरों का खाना तैयार करने वाली मिलों में इन टिड्डों को मुर्गी के खाने के लिए दानों में इस्तेमाल किया जाता है।
किस्तान की ऐग्रिकल्चरल रीसर्च काउंसिल के बायोटेक्नॉलजिस्ट जौहर अली और सिविल सर्वेंट मोहम्मद खुर्शीद की सोच थी। यमन में 2019 में लोगों ने भूखमरी से बचने के लिए ऐसा किया था जिससे इन्हें यह आइडिया मिला। टिड्डे बचाने के साथ लोगों को पैसे भी मिल रहे हैं और फसलें तो बच ही रही हैं। इस प्रॉजेक्ट के तहत किसानों से 20 रुपये किलो के हिसाब से टिड्डे खरीदे गए। हर रात करीब 7 टन टिड्डे पकड़े गए जिससे किसानों की हर रात 20 हजार पाकिस्तानी रुपये से ज्यादा की कमाई होने लगी।
इनसे बने दानों को चिकन को दिया गया। दरअसल, इनकी न्यूट्रिशनल वैल्यू काफी अच्छी होती है। इन्हें मछली, पोल्ट्री और डेरी को दिया जा सकता है।
अभी प्रोटीन के लिए सोयाबीन का इस्तेमाल किया जाता है जिसमें 45% प्रोटीन होता है जबकि टिड्डों में 70%। इन्हें खाने के लिए तैयार करने में भी ज्यादा खर्च नहीं करना होता क्योंकि इन्हें सिर्फ पकड़कर सुखाना होता है। और फिर मार्केट में बेचना होता है।
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पाकिस्तान का ये आइडिया आज कल पाकिस्तानियों के लिए बेहद राहत भरा है। क्योंकि कोरोना काल में टिड्डियों से निबटने और पैसे कमाने का इससे अच्छा कोई तरीका नहीं है।