जम्मू। घाटी के हालात बीते कई दिनों से खराब है एक तरफ वहां पर लगातार हो रही आतंकियों की घुसपैठ तो वहीं युवाओं का गलत राह पर जाना भी शामिल है। जम्मू-कश्मीर के बडगाम में सेना को दो मोर्चों पर लड़ना पड़ा एक तरफ आतंकी तो दूसरी तरफ स्थानीय नागरिकों की पत्थरबाजी ने सेना की मुश्किले बढ़ाई। जानकारी के मुताबिक लगातार 11 घंटे की आतंकियों से मुठभेड़ के बाद सेना ने एक आतंकी को मार गिराया तो वहीं 60 से ज्यादा सुरक्षा कर्मियों घायल हो गए।
बताया जा रहा है कि घायल हुए जवानों में सीआरपीएफ के 43 और जम्मू -कश्मीर पुलिस के 20 जवान शामिल हैं। इस बीच तीन और नागरिकों की मौत हो गई है। इन नागरिको के नाम जाहिद डार, सादिक अहमद और इशफाक अहमद वानी के रुप में हुई है जिनमें तीनों की उम्र 20 साल बताई जा रही है।
अलगाववादियों ने किया बंद का ऐलान:-
मंगलवार सुबह से ही बडगाम के चदूरा इलाके में सेना की आतंकियों से मुठभेड़ जारी थी जिसके चलते कई स्थानीय नागरिकों की भी मौत हो गई। वहीं आज अलगाववादियों ने बडगाम में मुठभेड़ के विरोध में घाटी में बंद का ऐलान किया है। इसके साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग की है वहीं सुरक्षा की दृष्टि से घाटी में आज के लिए रेल सेवा को स्थगित कर दिया गया है।
जानकारी मिलने के बाद सेना ने शुरु किया ऑपरेशन:-
सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी इलाके में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं जिसके बाद उन्होंने कार्यवाई करने के लिए इलाके की घेराबंदी की। आतंकी रुक-रुक कर फायरिंग कर रहे है जिसका सेना मुहतोड़ जवाब दे रही है। वहीं इलाके में दो आतंकियों के छिपे होने की आशंका जताई जा रही थी हालांकि सेना को एक आतंकी को मार गिराने में सफलता हासिल हुई।
महबूबा ने पत्थरबाजी पर जताई चिंता:-
अनंतनााग में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के काफिले पर भी पत्थरबाजी की गई जिसके बाद उनकी युवाओं के लिए एक तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री साहिबा उप चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान जा रही थी तभी उनके काफिले पर अचबाल अनंतनाग में पत्थरबाजी की गई। इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए मुफ्ती ने कहा कि युवाओं के आतंक से जुड़ने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और सुरक्षाबलों पर हुई पत्थरबाजी की भी जमकर आलोचना की।