बरेली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए बजट को लेकर राजनीतिक गलियारों में सियासत तेज हो गई है। कुछ लोगों के द्वारा इस बजट को अच्छा बताया जा रहा है। तो वहीं कुछ के द्वारा इस बजट को पूंजीपतियों का बजट बताया है। इसी बीच आज उत्तर प्रदेश का व्यापारी वर्ग कोरोना काल में सरकार के प्रयासों को लेकर काफी उत्साहित है। इसी कड़ी में बरेली में सेंट्रल यूपी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से बजट 2021 को लेकर अपने विचार साझा किए गए। बजट से जुड़ी हर बारीकी को समझने के लिए बरेली के उद्यमियों और चार्टड एकाउंटेंट ने परिचर्चा की। बजट को लेकर हुई इस परिचर्चा में सीए रविंद्र अग्रवाल, सीए कपिल वैश्य और सीए मोहित टंडन शामिल हुए।
दूरगामी है बजट 2021-
बता दें कि सेंट्रल यूपी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज वेलफेयर एसोसिएशन के मंच पर इस बजट को वक्ताओं ने दूरगामी और रोजगार के नए अवसर पैदा करने वाला बताया है। वक्ताओं के अनुसार इस बजट से उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही कोरोना काल में प्रभावित हुए रोजगार के संकट को दूर किया जा सकेगा।
आयकर अधिकरण का कैशलैस होना बेहतर-
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के जाने माने सीए बरेली के रविंद्र अग्रवाल के मुताबिक आयकर आयुक्त की सुनवाई कैशलैस होने से इस प्रकार के किसी भी काम के लिए इनकम टैक्स ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है। करदाता अपने सभी काम ऑनलाइन माध्यय के जरिए अपने घर से ही कर सकते हैं।
नए उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा-
सीए कपिल वैश्य के मुताबिक इस बजट में कोई नया टैक्स नहीं है, इस वजह से उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। विदेशी चीजों पर टैक्स बढ़ने से भारत के प्रोडक्ट की मांग बढ़ेगी और मेक इन इंडिया का सपना साकार होगा। परिचर्चा में वक्ताओं में बजट पर हर सवाल का जवाब आसान शब्दों में दिया। आखिर में सचिव अभिनव अग्रवाल ने सभी सदस्यों का धन्यवाद किया।
परिचर्चा में मौजूद थीं बरेली की ये हस्तियां-
घनश्याम खंडेलवाल, पीयूष कुमार अग्रवाल, महेंद्र अग्रवाल, डॉ विनोोद पारगानी, डॉ राजीव गोयल, सीए शरद मिश्रा।