देश Breaking News

जूम डेव्लपर्स का मालिक गिरफ्तार, 485 कंपनियां बनाकर किया 2650 करोड़ का घोटाला

Arrest जूम डेव्लपर्स का मालिक गिरफ्तार, 485 कंपनियां बनाकर किया 2650 करोड़ का घोटाला

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ज़ूम डेवलपर्स प्राइवेट के विजय चौधरी गिरफ्तार किया है। मैसर्स ज़ूम डेवलपर्स प्राइवेट लिमिडेट (जेडडीपीएल) के मालिक को पीएमएलए, 2002 की धारा 19 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में गिरफ्तार किया गया है। विजय चौधरी पर 485 कंपनियां बनाकर देश की बैंकों के 2650 करोड़ रुपये का घपला करने और उस रकम को विदेश भेजने का आरोप है।

arrest जूम डेव्लपर्स का मालिक गिरफ्तार, 485 कंपनियां बनाकर किया 2650 करोड़ का घोटाला

सीबीआई, नई दिल्ली द्वारा दायर आरोपपत्र, जिसमें यह आरोप लगाया गया है कि विजय चौधरी नियंत्रित मैसर्स ज़ूम डेवलपर्स ने 5 बैंकों को गलत तरीके से नुकसान पहुंचाया है। पंजाब नेशनल बैंक, सिंडिकेट बैंक, कैनरा बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक को 966 करोड़ का नुकसान पहुंचाया। जांच में पता चला कि आरोपी ने 25 से अधिक बैंकों को धोखा दिया है। और सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकों को 2,650 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है।

जांच से पता चला कि विजय चौधरी ने दो ट्रस्ट/फाउंडेशन का गठन किया, बेवरिन स्टिफ़फ़ फाउंडेशन (बीएसएफ) और विन्डेलफ फाउंडेशन (डब्लूएफ), लिकटेंस्टीन में शामिल किया गया, जिसमें से वह एकमात्र लाभार्थी था। बीएसएफ एंड डब्ल्यूएफ, यूके और स्विट्जरलैंड में इन ट्रस्ट / फाउंडेशन द्वारा पांच कंपनियां बनाई गई थीं। एस्टिकॉर एजी, ल्लॉन्डैनियम ट्रेडिंग लिमिटेड, आदि जिसे “एग्रीगेटर्स” कहा जाता है। जेडीडीपी और इंडियन बैंकरों को स्वतंत्र संस्था के रूप में पेश किया गया था। इंजीनियरिंग सेवाओं / खरीद के लिए अनुबंध / उप-अनुबंध पर आधारित जेडडीपीएल और तथाकथित ‘एग्रीगेटर्स’ के बीच दर्ज अनुबंध, जेडडीपीएल ने विभिन्न तरह से संपर्क किया। यह देखा गया है कि अधिकांश ठेके केवल कागज-अनुबंध हैं। उनके खिलाफ कोई शारीरिक कार्य/सेवाएं/आपूर्ति कभी नहीं की गई थी और कोई काम नहीं किया गया था। ज़ेडडीपीएल ने अक्सर बैंक गारंटी / काउंटर गारंटियों के भुगतान के विस्तार के लिए झूठे कागजात दाखिल किए। लंबे समय से और उनके द्वारा जीडीपीएल को जुटाए जाने वाला पैसा लंबित था। भारतीय बैंकों को नुकसान के पीछे विजय चौधरी मास्टरमाइंड था। साथ ही उसके चॉर्टेड एकाउंटेंट शरद काबरा और अन्य लोगों की मदद से इंडियन बैंकरों को धोखा दिया एवं देश के बाहर करोड़ों रुपये भेजे।

इस पूरी जालसाजी के लिए विजय चौधरी ने देश-विदेश में कंपनियों का जाल बुना। आरोपी विजय चौधरी ने खुद और परिवार के लोगों के नाम से लगभग 485 कंपनियां बनाई हैं। विजय चौधरी ने संयुक्त राज्य अमेरिका में 15 कंपनियां, ब्रिटेन में 03, स्विट्ज़रलैंड में 03, 07 सिंगापुर में, जर्मनी में 04, संयुक्त अरब अमीरात में 9, चीन में 02 और ज़िम्बाब्वे में 02 कंपनियां बनाई। ऐसा लगता है कि उन्होंने उक्त कंपनियों को उधार लेने के एकमात्र उद्देश्य के लिए उपरोक्त कंपनियों का गठन किया था। अब तक की जांच के आधार पर ईडी ने इस मामले में 130 करोड़ रुपये और कैलिफोर्निया, यूएसए में 1280 एकड़ जमीन को जब्त किया है। जांच एजेंसियों ने आरोपी के सीए शरद काबरा को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी विजय चौधरी को भी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, 2002 के तहत् गिरफ्तार कर जांच शुरु हुई है।

Related posts

सड़क दुर्घटना में फिल्म एक्ट्रेस महिमा चौधरी के मामा की मौत

Breaking News

देशभर में नवरात्री की धूम, मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु

Kalpana Chauhan

अरुणाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल विधानसभा के उपचुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट

Rahul