एजेंसी, बियारित्ज। जम्मू-कश्मीर मामले में पाक की बौखलाहट अभी तक जारी है और पूरे विश्व से समर्थन न मिलने की वजह से वह और भी ज्यादा उत्तेजित हो रहा है। कश्मीर मसले पर अमेरिका के मध्यस्थता करने की वकालत के बाद वह उछला फिर रहा था लेकिन भारत सरकार के करारा जवाब के बाद फिर शांत हो गया।
फ्रांस में चल रही जी-7 की बैठक से इतर ट्रंप की मौजूदगी में भारत की ओर से कहा गया कि भारत-पाक के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं। दोनों ही देशों को गरीबी, अशिक्षा से लड़ना है। लिहाजा किसी अन्य देश को द्विपक्षीय मामलों में दखल देने का कष्ट नहीं देना चाहते। इसके बाद से पाक में और भी गुस्सा देखने को मिल रहा है। मोदी ने डोनाल्ड ट्रम्प की मध्यस्थता की पेशकश को ठुकरा दिया तो पाक के एक मंत्री ने हमला तक करने की बात कह डाली।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों के भीतर ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 3 बार भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की बात कह चुके हैं। हालांकि बाद में उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया दोनों देश आपस में ही ये मुद्दा सुलझाएं।