नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने विवादित इस्लामिक धर्म प्रचारक जाकिर नाईक संग उनके मंच साझा करने को लेकर उठे सियासी तूफान पर अपना बचाव किया और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से मुलाकात करने को लेकर आलोचना की। दिग्विजय को गुरुवार को साल 2012 में मुस्लिम धर्म प्रचारक जाकिर नाईक को ‘शांति दूत’ बताने और उनके साथ मंच साझा करने के चलते जबर्दस्त आलोचनाएं झेलनी पड़ीं।
कांग्रेस नेता ने ट्विटर पर लिखा, “मेरी जाकिर नाईक के साथ मंच साझा करने को लेकर आलोचना हो रही है, लेकिन राजनाथ सिंह जी बम विस्फोट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर से मिले, उसका क्या?”
उन्होंने कहा, “प्रज्ञा बम विस्फोट की आरोपी हैं। जाकिर नाईक के खिलाफ अब तक कोई मामला दर्ज हुआ है? श्री श्री रवि शंकर जी ने जाकिर के साथ मंच साझा किया, उसका क्या?”
विवादित धर्म प्रचारक नाईक हाल में तब सुर्खियों में आए जब पहली जुलाई को बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक चर्चित कैफे पर हमला कर एक भारतीय सहित 20 बंधकों को मौत के घाट उतारने वाले पांच आतंकवादियों में से दो के उनके भाषणों से प्रेरित होने का खुलासा हुआ।
दिग्विजय ने संवाददाताओं से कहा, “क्या राजनाथ सिंह का मालेगांव विस्फोट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर से मुलाकात राष्ट्रवाद है?”
उन्होंने कहा, “श्री श्री रविशंकर जी ने जाकिर नाईक के साथ मंच साझा किया, तो क्या यह राष्ट्रवाद है? मैं उनके साथ मंच साझा करने से देशविरोधी हो गया? यह किस तरह का दोहरा मापदंड है।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “जाकिर नाईक के खिलाफ क्या आरोप है? क्या वह एक आतंकवादी हैं। क्या उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज है? क्या वह एक अपराधी हैं?”
नाईक मुंबई के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक हैं। दूसरे धर्मो के प्रति नफरत की आग भड़काने वाले उनके बयानों के चलते यह संस्था ब्रिटेन व कनाडा में प्रतिबंधित है।
(आईएएनएस)